बारिश के मौसम में जल जनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जिससे अक्सर बच्चे, गर्भवती महिलाओं और वृद्ध जन प्रभावित होते हैं। वर्षा ऋतु के दौरान होने वाले जल जनित बीमारियों को लेकर जिला प्रशासन सजगता से कार्य कर रही है। कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार द्वारा बैठकों में नियमित रूप से जल स्त्रोतों का क्लोरिनेशन, नालियों की साफ सफाई, दवाई का वितरण, मलेरिया, डायरिया जैसी जल जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है।
इसके परिपालन में महिला बाल विकास विभाग द्वारा आज छिंदगढ़ परियोजना में परियोजना अधिकारी, समस्त पर्यवेक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर मलेरिया डायरिया और एनीमिया प्रबंधन के विषय में आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। आंगनबाड़ी केंद्रों में साफ सफाई, आस-पास पानी जमा नहीं होने देने के साथ ही बच्चों को खेल में स्वच्छता की महत्ता पर सीख देने को कहा गया।
इसके साथ ही गांव पारा में भ्रमण कर ग्रामीणों को मलेरिया, डायरिया और एनीमिया से बचाव के उपाय करने, रात को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करने हेतु जागरूक करने के लिए अभियान चलाने पर जोर दिया गया। इसके साथ ही आंगनबाड़ी का नियमित संचालन, सुपोषण केंद्र में दाखिल बच्चों की प्रगति आदि के संबंध में चर्चा की गई।