महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर बड़ा संकट आ गया है। उनकी पार्टी शिवसेना के विधायकों ने बगावत कर दिया है। शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 26 विधायक कल शाम प्लेन से सूरत पहुंच गए। वहां एक होटल में वे रुके हुए हैं। पता चला है एकनाथ शिंदे दोपहर में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि वे पार्टी छोड़ने का ऐलान कर सियासी पंडितों को चौंका सकते हैं। सीएम ठाकरे ने आज आपात बैठक बुलाई है वहीं, बागी विधायक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा एलान कर सकते हैं।
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत के लिए 145 विधायक चाहिए। कुछ सीटें रिक्त हैं तो कुछ विधायक जेल में हैं, इसलिए प्रभावी संख्या 285 है। ऐसे में बहुमत के लिए 144 सदस्यों का समर्थन चाहिए। उद्धव ठाकरे सरकार के पास 153 विधायकों का समर्थन है। यदि शिवसेना में फूट पड़ती है तो कांग्रेस के भी कुछ विधायक टूट कर भाजपा का दामन थाम सकते हैं। भाजपा पहले से सबसे बड़ी पार्टी है। भाजपा के 106 विधायक हैं तो राजग के मिलाकर 113 विधायक हैं। इसलिए वह दावा पेश कर इनका समर्थन हासिल कर सकती है।
हालाकि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी लेकिन नंबरगेम के हिसाब से अनुमान जरूर लगाया जा सकता है। दरअसल, ऐसा दावा किया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे के सपोर्ट में 20 विधायक है। ये पश्चिमी महाराष्ट्र, विदर्भ, मराठवाड़ा के हैं। शिंदे ने ऐसा क्यों किया? इसकी वजह में पता चल रहा है कि वह ठाकरे परिवार से नाराज चल रहे हैं। इस समय वह नेटवर्क क्षेत्र से बाहर हैं। कोई भी उनसे संपर्क नहीं कर पा रहा है।


























































