कोरिया….
भरतपुर के रमदहा जलप्रपात में छै लोगो की एक साथ डूबने से हुई मौत के बाद जिले के जलप्रपातों में सावधानी और सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे है। इस जलप्रपात में आठ महीने में नौ लोगो की मौत हो चुकी है । इसके अलावा कोरिया जिले के दूसरे अमृतधारा और गौरघाट जलप्रपात में भी कई लोगो की मौत हो चुकी है। ऐसे में इन जलप्रपातों में सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की जरूरत है। इन तीनो ही जलप्रपात में साल भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। छतीसगढ़ के कई जिलों के अलावा मध्यप्रदेश के भी कई जिलों से लोग यहां पिकनिक मनाने आते है ।
सेल्फी लेने और जलप्रपात के पास जाकर नहाने के दौरान घटनाएं भी घटती है । प्रशासन ने इन जगहों को डेंजर जोन घोषित कर सावधानी और सुरक्षा को लेकर बोर्ड भी लगाए है लेकिन लोग इसको अनदेखा करके मौज मस्ती करते है। हाल ही में हुई घटना के बाद विधायक गुलाब कमरो ने पुलिस और प्रशासन को ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए है और जलप्रपात के अंदर जाने पर रोक लगाये जाने की बात कही है । वही यहां आने वाले लोगो का मानना है कि प्रशासन कितना ध्यान देगा लोगो को खुद को भी जागरूक होने की जरूरत है।