रायपुर…..
छत्तीसगढ़ में आज अधिकांश महिलाएं निर्जला व्रत कर अपनी सुहाग की लंबी उम्र की कामना करते हुए तीजोत्सव मना रही हैं। छत्तीसगढ़ में तीजोत्सव पारंपरिक पर्व है, जिसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हर साल मुख्यमंत्री निवास पर भव्य आयोजन भी करते हैं। तीज के इस खास मौके पर महिलाएं साजो श्रृंगार कर शिवालयों में पहुंचती हैं और भगवान शिव का जल, दूध, दही, और शहद से अभिषेक करने के बाद उन्हें, अदरक, काली तिल, चावल अर्पित करती हैं। पौराणिक कथाओं के मुताबिक माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए निर्जला व्रत धारण किया था, जो हर साल भादो मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को आता है। साल में एक बार आने वाला यह व्रत बेहद कठिन माना जाता है, इसके ठीक दूसरे दिन गणपति का आगमन होता है और लगातार 11 दिनों तक उत्सव का माहौल बना रहता है।