बिलासपुर
इंदौर-पुरी हमसफर एक्सप्रेस के एक कोच में पानी की जगह कीचड़ निकल रहा था। यात्रियों ने जब हाथ धोने के लिए नल खोला तो पानी की स्थिति देखकर दंग रह। वह हैरान थे भारतीय रेलवे की ट्रेनों की स्थिति इतनी बदत्तर कैसे हो गई। भोपाल से लेकर बिलासपुर तक इस तरह नल से पानी निकल रहा था। इस बीच अलग- अलग स्टेशनों में सूचना भी दी गई। पर किसी भी स्टेशन में उनकी परेशानी नहीं समझी गई। बिलासपुर में समस्या दूर करने का प्रयास तो किया गया, पर कर्मचारियों के पहुंचने से पहले ट्रेन रवाना हो गई। इससे पहले यात्रियों ने जमकर हंगामा भी मचाया।
इंदौर से पुरी जाने वाली या ट्रेन सुबह सुबह आठ बजे के करीब बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर आकर खड़ी हुई। इस बीच एक कोच बी- 06 में यात्री हंगामा कर रहे थे। इसी कोच में बिलासपुर के यात्री चढ़े। यात्रियों का हंगामा देख उन्होंने पूछा तब यात्रियों ने बिना कुछ बोले सीधे नल टोंटी खोली। जिसे देखकर यात्री हैरान रह गए। दरअसल नल कीचड़ युक्त पानी निकल रहा था। भोपाल से लेकर बिलासपुर तक इसकी सूचना दी गई। कहीं भी इस समस्या का समाधान नहीं हुआ। यात्री बिलासपुर के होने के कारण तत्काल स्टेशन मास्टर के पास पहुंचे। उन्हें इसके बारे में जानकारी दी।
स्टेशन मास्टर ने तत्काल संबंधित विभाग को इसकी जानकारी देकर समस्या दूर करने के लोई कहा। लेकिन कर्मचारियों के पहुंचने से पहले ही ट्रेन बिलासपुर रेलवे स्टेशन से रवाना हो गई। यात्रियों की समस्या का समाधान बिलासपुर रेलवे स्टेशन में भी नहीं हुआ। इस दौरान यात्रियों ने दोबारा हंगामा मचाना शुरू कर दिया। इस दौरान यात्रियों ने चक्रधरपुर रेल मंडल को जानकारी दी, ताकि वहां पहुंचने से पहले संबधित विभाग का अमला तैनात रहे। पर रेल मंडल ने यह कहते हुए मामला टरका दिया कि ट्रेन उनके किसी स्टेशन से नहीं गुजरती। संबलपुर रेल मंडल को इसकी जानकारी देनी होगी। इस तरह यात्रियों को अंतिम स्टापेज तक इसी तरह यात्रा करनी पड़ी। इस बीच यात्री ट्रेन के अंदर जमकर हंगामा करते रहे। रेल प्रशासन की इस व्यवस्था को लेकर उनमें भारी नाराजगी है। इस मामले की शिकायत रेल मंत्री से लेकर मंत्रालय को करने की बात कहीं गई।