आज के समय में हर घर में एक डायबिटीज का मरीज होता है,उन मरीजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है|अपना ब्लड शुगर लेवल मैनेज करके रखना।ब्लड में शुगर बढ़ने से मधुमेह को कभी भी कंट्रोल में नहीं रख सकते हैं। एक बार किसी को इस बीमारी के होने का पता चल जाता है, तो सबसे पहले खाने-पीने पर प्रतिबंध लगाया जाता है। इस बीमारी के होने पर उन सभी फूड आइटम्स को खाने से परहेज करना चाहिए, जिनके सेवन से ही शुगर लेवल हाई हो जाए। अक्सर लोगों के लिए सबसे बड़ा कंफ्यूजन होता है कि वह इस दौरान कौन से फलों का सेवन करें।ज्यादातर लोग जानकारी के अभाव में कई तरह के फल खाते रहते हैं, जो शुगर लेवल को बढ़ाता है।
फलों में प्राकृतिक रूप से शुगर की मात्रा होती है, जो आर्टिफिशियल शुगर की ही तरह ब्लड शुगर को बढ़ा देते हैं।लेकिन फलों में मौजूद ये नेचुरल शुगर नुकसानदायक नहीं होते हैं।इसके बावजूद कोई भी फल सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए क्योंकि फलों में एंटीऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्व भरपूर होते हैं, इसलिए इन्हें डाइट से पूरी तरह से निकालना सही नहीं है। यदि आप फलों का सेवन करना चाहते हैं, जो शुगर लेवल को कंट्रोल में रखते हों,तो अपने डाइट में इन फलों को जरूर शामिल करें
आड़ू
एक रिपोर्ट के अनुसार, आड़ू एक ऐसा फल है, जिसका सेवन डायबिटीज के मरीज कर सकते हैं,इसमें फाइबर अधिक होता है।विटामिन ए, सी, पोटैशियम से भरपूर यह फल अचानक से ही एक बार में ब्लड शुगर बढ़ा देता है।आड़ू में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड डायबिटीज के कारण होने वाले मोटापे और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी लड़ सकता है। आड़ू हर दिन खाने से सूजन, प्रतिरक्षा प्रणाली और पाचन में सुधार करने में भी मदद करता है।
पपीता
पपीता खाकर भी आप ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकते हैं।रिपोर्ट के मुताबिक, पपीते का शरीर पर हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव हो सकता है।इसमें फ्लेवोनॉएड्स भी होते हैं, जो एक नेचुरल एंटीऑक्सिडेंट हैं।यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट कोशिका क्षति को रोक सकते हैं, साथ ही वजन को बढ़ने भी नहीं देता। यह कम कैलोरी वाला फल विटामिन बी, फोलेट, पोटैशियम और मैग्नीशियम से भी भरपूर होता है।
जामुन
आयुर्वेद में वर्षों से जामुन को इंसुलिन संवेदनशीलता को ठीक करने के लिए किए इस्तेमाल किया जाता है। इस फल में शुगर की मात्रा कम होती है,यदि आप इसका सेवन हर दिन करते हैं, तो काफी हद तक ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखा जा सकता है।दरअसल, कुछ काले फलों में मौजूद कम्पाउंड और एंटीऑक्सीडेंट स्टार्च को ऊर्जा में बदलने और ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने में मदद करते हैं|
सेब
सेब फाइबर और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है, लेकिन फ्रुक्टोज में सबसे कम होता है।सेब भी एक ऐसा बेहतरीन फल है, जिसे डायट में शामिल करना चाहिए। इसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं, जो कब्ज से बचाते हैं और देर तक पेट भरे होने का अहसास कराता है।फाइबर पाचन प्रक्रिया और चीनी के अवशोषण को भी धीमा कर देता है।इसका मतलब है कि चीनी ब्लडस्ट्रीम में धीरे-धीरे प्रवेश करती है और ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाती है|
अमरूद
कम कैलोरी और फाइबर से भरपूर अमरूद को धीरे-धीरे पचाया जा सकता है।यह अन्य फलों की तरह ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाता है।इसमें संतरे की तुलना में 4 गुना अधिक विटामिन सी होता है।इसके अलावा, इसमें सोडियम की मात्रा कम और पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है।ये पोषक तत्व प्रतिरक्षा को बढ़ाने और क्रोनिक डिजीज के विकास के जोखिम को कम करने में भी फायदेमंद होते हैं|