बिलासपुर…
हसदेव जंगल को बचाने के लिए कोन्हेर गार्डन में चल रहे आंदोलन को शुक्रवार को 100 दिन पूरे हो गए। लगातार इतने लंबे समय से पर्यावरण प्रेमी आंदोलन पर डटे हुए हैं। इस अवसर पर आंदोलनकारियों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्प लिया है। साथ ही दूसरों को जागरूक करने की भी बात कही है।
कोन्हेर गार्डन के आंदोलनकारियों ने 100 दिन पूरे होने अवसर पर शुक्रवार को हसदेव अरण्य संघर्ष समिति के बैनर तले जन जागरण रैली निकाली गई। सैकड़ों शहरवासी रैली में शामिल हुए। हसदेव के जंगल बचाने के लिए नारे लगाते हुए शहर के मुख्य मार्ग बृहस्पति बाजार, ईदगाह चौक मध्यनगरी चौक, मसानगंज, लिंक रोड, टेलीफोन एक्सचेंज मार्ग, पुराना बस स्टैंड, तेलीपारा, गोलबाजार, सदर बाजार, देवकीनंदन चौक, तिलक नगर होते हुए कोन्हेर गार्डन में रैली का समापन किया। रैली में हसदेव के ग्रामीणों ने पारंपरिक वेशभूषा में मांदर और अन्य वाद्य यंत्र के साथ नृत्य करते हुए रैली की तरफ शहर के निवासियों का ध्यान आकृष्ट किया।
इसकी लोगों द्वारा भरपूर प्रशंसा की गई। रैली में शहर के नागरिकों ने हसदेव से आए ग्रामीणों ने राज्य सरकार से पर्यावरण स्वीकृति व वन अनुमति वापस लेने की मांग के साथ-साथ केंद्र सरकार से भी हसदेव क्षेत्र के कोल ब्लाक आंवटन रद करने की मांग की। रैली को शहर के व्यापारी वर्ग और जनसामान्य का भरपूर समर्थन प्राप्त हुआ। रैली का व्यापारी वर्ग ने जगह-जगह जलपान के साथ स्वागत किया। इसमें तेलीपारा में वृंदावन परिसर व्यवसायी संघ के अध्यक्ष मनोज सरवानी व मनीष गुरबानी व सदर बाजार में विश्व सिंधु संगम के अध्यक्ष अमर रोहरा, राहुल पाहुजा शामिल थे। इस रैली में हसदेव अरण्य संघर्ष समिति के जयनंदन सिंह, मुनेश्वरसिंग, सुनीता पोर्ते अपने सैकड़ों साथियों के साथ 177 किलोमीटर दूर से आकर हसदेव के जंगलों को बचाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की। रैली में भारी संख्या में पर्यावरण प्रेमी शामिल थे।