विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और आदिम जाति, अनुसूचित जनजाति विकास मंत्री डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बधाई और शुभकामनाएं दी है।
राज्यपाल उइके ने कहा है कि छत्तीसगढ़ देश के उन प्रदेशों में शामिल है, जहां पर करीब 30.62 प्रतिशत आदिवासी निवासरत हैं, जिन्होंने अपनी संस्कृति, विचारों, कला और मान्यताओं को सहेजा है। इनकी संस्कृति और परंपराएं विशिष्ट हैं। आदिवासी समाज ने वास्तव में प्रकृति और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियां निभाई है.. इन्हीं भावों के कारण ही आदिवासी समाज सहज रूप से समृद्ध हुआ है।
मुख्यमंत्री निवास समेत जिलों में मनेगा विश्व आदिवासी दिवस….
मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से लेकर जिला मुख्यालयों में विश्व आदिवासी दिवस हर्षाेल्लास के साथ मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी जिला मुख्यालय जुड़ेंगे। शुभारंभ बूढ़ादेव की पूजा-अर्चना और राजगीत से होगा। इसके बाद आदिम जाति अनुसंधान प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रकाशित आदि विद्रोह व अन्य किताबों का विमोचन करेंगे। जिला मुख्यालय स्तर पर आवासीय विद्यालय एकलव्य और प्रयास के उत्कृष्ट छात्रों को सम्मानित किया जाएगा। वहीं राज्यपाल अनुसुईया उइके धमतरी के नगरी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगी।