ग्रीन जूस पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें वे सभी विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं। ग्रीन जूस में एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर की मात्रा अधिक पाई जाती है। साथ ही, गर्मियों में ग्रीन जूस पीने से शरीर हाइड्रेट भी रहता है। अगर आप रोजाना ग्रीन जूस का सेवन करेंगे, तो इससे शरीर सही तरीके से काम करेगा। इतना ही नहीं, शरीर के लिए ग्रीन जूस को पचाना बेसन आसान होता है। गर्मी में ग्रीन जूस पीने से शरीर इसके पोषक तत्वों को भी आसानी से अवशोषित कर लेता है। इसलिए खुद को हाइड्रेट रखने और एनर्जी प्राप्त करने के लिए आपको भी अपनी समर डाइट में ग्रीन जूस को जरूर शामिल करना चाहिए। तो चलिए, जानते हैं गर्मी में ग्रीन जूस पीने के फायदे –
इम्यूनिटी बूस्टर- गर्मियों में शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आप ग्रीन जूस का सेवन कर सकते हैं। ग्रीन जूस विटामिन सी से भरपूर होता है। विटामिन सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसके लिए आप एलोवेरा, पालक, आंवला और पुदीने का जूस पी सकते हैं। रोज सुबह खाली पेट ग्रीन जूस पीने से आपका वायरस और बैक्टीरिया से बचाव होगा।
वेट लॉस करें -ग्रीन जूस पीने से वजन कम करने में मदद मिल सकती है। अगर आप रोज सुबह खाली पेट ग्रीन जूस का सेवन करेंगे, तो इससे आपको पर्याप्त मात्रा में फाइबर मिलेगा। इससे आपका पेट लंबे समय तक भरा रहेगा और आप ओवरइटिंस से बच सकते हैं। इस तरह से ग्रीन जूस पीकर वजन कम हो सकता है।
बॉडी को करें हाइड्रेट- गर्मियों में शरीर में पानी की कमी होने लगती है और बॉडी डिहाइड्रेट हो जाती है। इसकी वजह से व्यक्ति को थकान और कमजोरी का अनुभव होने लगता है। ऐसे में ग्रीन जूस पीना फायदेमंद हो सकता है। अगर आप रोजाना ग्रीन जूस का सेवन करेंगे, तो इससे शरीर हाइड्रेट रहेगा और आप एनर्जेटिक फील करेंगे।
शरीर के लिए उपयोगी- नियमित रूप से ग्रीन जूस पीने से त्वचा और बालों को भी लाभ मिल सकता है। ग्रीन जूस में विटामिन ए और सी पाए जाते हैं, जो त्वचा और बालों के लिए जरूरी होते हैं। अगर आप रोजाना ग्रीन जूस पिएंगे, तो आपकी त्वचा पर निखार आएगा। साथ ही, बालों की हेल्थ में भी सुधार होगा।
फ्री रेडिकल्स से बचाए- ग्रीन यानी हरे जूस में एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा काफी ज्यादा होती है। अगर आप रोजाना इसका सेवन करेंगे, तो फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बच सकते हैं। इससे हृदय रोगों से बचाव होगा। साथ ही, शरीर में किसी अन्य बीमारी के डेवलप होने का जोखिम भी कम होगा|