मुख्यमंत्री ने गुरुवार की सुबह अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को गौठान में वनोपजों के प्रसंस्करण इकाई की स्थापना के निर्देश दिए।साथ ही अधिकारियों को नामांतरण और बंटवारे की पंजी बनाने और उसे अद्यतन करते रहने को कहा।
बैठक में मुख्यमंत्री ने जिले के जिन क्षेत्रों में बारिश शुरू नहीं हुई है, वहां मनरेगा के काम जारी रखने और अधूरे तालाब के गहरीकरण के निर्देश देते हुए इस पर नजर रखने को कहा। साथ ही आंगनबाड़ियों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए गर्म भोजन वितरण की मानिटरिंग करते रहने को भी कहा। स्वसहायता समूह के महिलाओं की आर्थिक स्थिति की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि गौठान में आय बढ़ाने वाले रेंटल बिजनेस भी कर सकते हैं।
शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सीएम ने आश्रम छात्रावासों की खाली सीटों पर जरूरतमंद बच्चों को प्रवेश देंने के लिए भी कहा। ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न हो। इसके साथ ही इसके साथ ही अधिकारियों से कहा गया कि जमीन बंटवारे के संबंध में 170 ख के नियमों का पालन करें। इस अधिनियम के तहत आदिवासी जमीन किसी गैर आदिवासी को ट्रांसफर या बिक्री नहीं की जा सकती है। उन्होंने देवगुड़ियों के उन्नायन के कार्यों में तेजी लाने देवगुड़ी के उन्नायन के लिए कार्ययोजना बनाएं जाने को निर्देश भी दिए। श्री बघेल ने कहा कि प्रशासन ब्लाक प्लांटेशन और नहरों के किनारे वृक्षारोपण में एक ही प्रजाति के फलों के पौधरोपण को प्राथमिकता दें, इससे उनके प्रसंस्करण और आमदनी वाला काम शुरू करने में मदद मिलेगी।
बघेल ने कहा कि प्रशासन ब्लाक प्लांटेशन और नहरों के किनारे वृक्षारोपण में एक ही प्रजाति के फलों के पौधरोपण को प्राथमिकता दें, इससे उनके प्रसंस्करण और आमदनी वाला काम शुरू करने में मदद मिलेगी। स्वामी विवेकानंद स्कूल के आलावा अन्य स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता मेंटेन करने पर जोर दें। स्कूलों में कोर्स समय पर पूरा हो और टीचर भी समय पर स्कूल आए यह सुनिश्चित करें। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों से कहा कि जो लोग उम्मीद से प्रशासन के उम्मीद लेकर अपनी समस्या लेकर आते है। उनका प्राथमिकता से निराकरण करें।