कोरोना काल में दो साल तक सावन के महीने में कांवर यात्रा नहीं निकाली गई थी। इस साल कांवर यात्रा के जरिये कांग्रेस और भाजपा के नेताओं में शक्ति प्रदर्शन करने की होड़ लगी है। दो दिन पहले शुक्रवार को संसदीय सचिव एवं पश्चिम विधानसभा के विधायक ने कांवर यात्रा निकाली थी। इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए थे। अब रविवार को पश्चिम विधानसभा के पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कांवर यात्रा के जरिए शक्ति प्रदर्शन किया। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह समेत भारतीय जनता पार्टी के अनेक नेता शामिल हुए।
सावन के अंतिम सोमवार से एक दिन पहले रविवार को पूर्व मंत्री राजेश मूणत की अगुवाई में रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र खमतराई से महादेवघाट तक भव्य कांवड़ यात्रा निकाली जा रही है। सुबह खमतराई बाजार में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह एवं पूर्व लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत ने भोलेनाथ की पूजा के बाद कांधे पर कांवर थामी और यात्रा का नेतृत्व किया। बोलबम के जयकारों के साथ पीछे पीछे हजारों कांवरिये रवाना हुए। यात्रा हनुमान मंदिर गुढ़ियारी पहुंची। यहां हनुमान जी की पूजा के बाद यात्रा पहाड़ी चौक,कबीर चौक ,तेलघानी नाका ओवरब्रिज होते हुए महादेव घाट पहुंचेगी। आमापारा चौक,लाखेनगर चौक,सुंदर नगर चौक पर यात्रा का भव्य स्वागत करने की तैयारी की गई है
कांवर यात्रा में आजादी के अमृत महोत्सव की झलक
इस बार कांवर यात्रा में आज़ादी के अमृत महोत्सव की झलक दिखाई दे रही है। कांवर यात्रा के आगे घोड़े और ऊंट पर सवार होकर सनातनी परंपरा का प्रतीक भगवा ध्वज और तिरंगा ध्वज लहराते श्रद्धालुओं में भक्ति उल्लास छाया है। यात्रा में बच्चे, युवतियां, युवाओं में विशेष उत्साह है।