अग्निपथ योजना और राहुल गांधी को ईडी के समन के विरोध में कांग्रेस ने सोमवार को जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
राजधानी के जंतर-मंतर में प्रदर्शन के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केंद्र सरकार पर जमकर निशाना शाधा। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार पिछले कई सालों से किसानों पर वार कर रही है। इस सरकार ने भूमि अधिग्रहण बिल, तीन कृषि कानून लाकर किसानों की अर्थव्यवस्था चौपट कर दी है।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि इन सब चीजों से मन नहीं भरा तो अब जवानों पर वार कर रहे हैं। देश की संवैधानिक संस्थाओं पर लगातार आक्रमण किया जा रहा है। जिस प्रकार से नोटबंदी की गई, जीएसटी लाई गई, लॉकडाउन लगाया गया, राफेल घोटाला भी देश ने देखा। सीएम बघेल ने का कि इन सब बातों को लेकर कोई आवाज उठा रहा था तो वह राहुल गांधी थे। इसलिए केंद्र सरकार कांग्रेस को कमजोर करना चाहती है, राहुल गांधी की आवाज को बंद करना चाहती है। प्रवर्तन निदेशालय के माध्यम से राहुल गांधी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
साथ ही सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में नेशनल हेराल्ड की बड़ी भूमिका रही है। फूट डालो और राज करो की नीति पर आगे बढ़ने वाले लोग राहुल गांधी को 4 दिन से पेशी पर बुला रहे हैं। मुख्यमंत्री ने मांग रखी कि प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय में कैमरा लगाया जाए और उसका लिंक सबको दिया जाए। सबको पता चलना चाहिए कि प्रवर्तन निदेशालय पूछ क्या रहा है और राहुल गांधी जवाब क्या दे रहे हैं।
अग्निपथ योजना को लेकर सीएम भूपेश ने कहा कि आज नौजवानों का भविष्य खतरे में है, देश की सीमाएं और हमारी सुरक्षा खतरे में है। इसी के चलते देश के कई राज्यों में बवाल हो रहा है। वो कहते हैं कि आओ अग्निवीर बनो और भरी जवानी में जब रिटायर हो जाओगे तो हमारे यहां चौकीदारी करना। ये सबको चौकीदार बनाना चाहते हैं।
वहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि क्या ये 46,000 युवकों को तैयार करके RSS में लाना चाहते हैं। क्या किसी देश में ऐसा हुआ है कि 4 साल ट्रेनिंग देकर उसके बाद उसे छोड़ देना। बीजेपी युवाओं को सिर्फ 4 साल तक ट्रेनिंग और स्टाइपेंड देकर चुनाव तक व्यस्त रखने के का काम कर रही हैं। ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि जो युवा महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ दूसरी जगहों पर विरोध कर रहे हैं, उनकी दिशा को भटकाया जा रहा है.