सुबोध तिवारी
भिलाई नगर, आईआईटी भिलाई ने 26 अक्टूबर 2024 को नालंदा हॉल में भव्यता के साथ अपना तीसरा और चौथा दीक्षांत समारोह आयोजित किया। जिसमें राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु समारोह की मुख्य अतिथि रहीं और उन्होंने दीक्षांत समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित भी किया। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। आईआईटी भिलाई के बोर्ड ऑफ गवर्नर के अध्यक्ष कृष्णमूर्ति वेंकटरमणन ने समारोह की अध्यक्षता की। 20 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आईआईटी भिलाई का स्थायी परिसर राष्ट्र को समर्पित किया गया था। संस्थान की स्थापना 2016 में हुई उसके बाद से अब तक की यात्रा में, माननीय राष्ट्रपति का स्थायी परिसर का दौरा संस्थान की एक और बड़ी उपलब्धि को दर्शाता है।
राष्ट्रपति के आईआईटी भिलाई प्रांगण पहुँचने पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडेय, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, अहिवारा विधायक डोमन लाल कोर्सेवाडा दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव, वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन, पूर्व विधायक लाभचंद बाफना और दुर्ग और भिलाई जिला अध्यक्षों ने भी हेलीपेड पर उनका आत्मीय स्वागत किया। आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने माननीय राष्ट्रपति और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया, जिन्होंने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। प्रोफेसर प्रकाश ने राज्य के आदिवासी समुदायों के सामने आने वाली कठिनाइयों के लिए समाधान विकसित करने हेतु संस्थान के दृष्टिकोण के बारे में बताया। उन्होंने संस्थान की प्रमुख उपलब्धियों के बारे में भी बताया, जिसमें आईआईटी भिलाई के छात्र/छात्राओं और शोधकर्ताओं में लगातार वृद्धि, किसानों की उपज बढ़ाने के लिए स्वदेशी ज्ञान प्रणालियों पर निरंतर शोध और उत्पादकता बढ़ाने के लिए भिलाई स्टील प्लांट जैसे प्रमुख हितधारकों के साथ जुड़ना शामिल है।
अध्यक्ष के वेंकटरमणन ने अपने संबोधन में शिक्षा, नवाचार अनुसंधान और प्रतिभाशाली युवाओं के समग्र प्रशिक्षण के लिए नए मानक स्थापित करने की संस्थान की प्रतिबद्धता की ओर ध्यान आकर्षित किया।
सीएम विष्णु देव साय ने अपने संबोधन में सभी स्नातकों को बधाई दी। उन्होंने राज्य के लिए काम करने के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता का स्वागत किया, एक अत्याधुनिक आईटी पार्क की स्थापना के साथ-साथ एआई आधारित विद्या समीक्षा केंद्र की स्थापना को इस प्रयास का प्रमुख उदाहरण बताया।
राज्यपाल रमेन डेका ने स्नातक छात्रों को सम्मानित करते हुए अपने संबोधन में कहा कि आईआईटी भिलाई ने राज्य के उच्च शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में लंबे समय से चली आ रही कमी को पूरा किया है और बहुत कम समय में संस्थान ने छत्तीसगढ़ के लोगों के दिल और दिमाग में अपनी जगह बनाने में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
शैक्षणिक शोभायात्रा के आगमन के साथ ही दीक्षांत समारोह का शुभारंभ हुआ। इस दीक्षांत समारोह में 2023 और 2024 में स्नातक करने वाले 396 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। 2023 बैच के स्नातक छात्रों में 13 पीएचडी, 11 एमएससी, 27 एमटेक, 13 बीटेक (ऑनर्स) और 123 बीटेक स्नातक शामिल थे। 2024 के स्नातक बैच में 8 पीएचडी, 20 एमएससी, 19 एमटेक, 12 बीटेक (ऑनर्स) और 150 बीटेक स्नातक थे।
संस्थान के स्वर्ण पदक विजेताओं, निदेशकों के स्वर्ण पदक विजेताओं और सीनेट पुरस्कार विजेताओं ने माननीय राष्ट्रपति से अपने पदक प्राप्त किए। 2024 और 2023 बैच में उच्चतम सीजीपीए हासिल करने वाले बीटेक छात्र के लिए संस्थान स्वर्ण पदक क्रमशः नोमान आलम खेरानी और शाश्वत जायसवाल को प्राप्त हुआ। बीटेक छात्र यश टेकचंदानी और मधुर भट्टड ने अकादमिक और पाठ्येतर दोनों डोमेन में समग्र प्रदर्शन के आधार पर निदेशक स्वर्ण पदक प्राप्त किया, जबकि एमटेक छात्र सिदागम रोहित और सत्य विक्रम प्रताप सिंह को क्रमशः 2024 और 2023 में निदेशक स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। बीटेक, बीटेक (ऑनर्स) और एमएससी में समग्र शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ सर्वश्रेष्ठ छात्रा के लिए निदेशक का स्वर्ण पदक कु. विधि मित्तल को प्रदान किया गया। सीनेट पुरस्कार उन छात्रों को प्रदान किए गए जिन्होंने विभिन्न शाखाओं और कार्यक्रमों में उच्चतम सीजीपीए हासिल किया।
दीक्षांत समारोह के संबोधन में राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने छत्तीसगढ़ के स्वदेशी और आदिवासी लोगों के सतत विकास के लिए आईआईटी भिलाई के समग्र योगदान की सराहना की। संस्थान का पाठ्यक्रम विकास, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के साथ संरेखित है और सामाजिक रूप से प्रासंगिक अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए निवेश के अवसर प्रदान करने वाले आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन (आईबीआईटीएफ) के माध्यम से की गई आउटरीच गतिविधियों का राष्ट्रपति के दीक्षांत भाषण में विशेष उल्लेख किया गया। समारोह उपलब्धि और संतुष्टि के साथ संपन्न हुआ, जिससे प्रतिभागियों में सामाजिक उत्थान और राष्ट्रीय विकास के लिए काम करने के लिए नए उत्साह का संचार हुआ।
MLA रिकेश सेन ने जिले की प्रशासनिक और पुलिस टीम को दी बधाई
आईआईटी भिलाई के तृतीय एवं चतुर्थ दीक्षांत समारोह में महामहिम के आगमन से लेकर रवानगी तक कार्यक्रम व्यवस्था में लगे कलेक्टर, एसपी सहित प्रशासनिक टीम ने बेहतर ढंग से कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए एक बड़े कार्यक्रम को सफल बनाने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। भिलाई में यह दूसरा अवसर है जब देश के राष्ट्रपति का कार्यक्रम यहां हुआ। इससे पूर्व भिलाई इस्पात संयंत्र की आधारशिला रखने देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद इस्पात नगरी भिलाई आए थे। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के भिलाई में सम्पन्न सफलतम कार्यक्रम के लिए व्यवस्था में लगे दुर्ग जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस अधीक्षक सहित सुरक्षा अधिकारियों की पूरी टीम, शहर की चाक चौबंद निगरानी में लगे पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों को साधुवाद और बधाई दी है।
अहिवारा विधायक डोमन लाल कोर्सेवाडा का कहना है कि परम् पूज्य बाबा गुरु घासीदास जी के तपोभूमि छत्तीसगढ़ में नारिशक्ति की प्रतीक, महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी का यह प्रथम अहिवारा विधानसभा क्षेत्र आगमन था जो कि काफी गर्व की बात है।
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