दुर्ग @सुबोध तिवारी
कुछ दिनों से मीडिया में एक खबर जोर शोर से प्रकाशित और प्रसारित की जा रही है,, जो कि दुर्ग जिले में स्थित एक नामीगिरामी निजी स्कूल में एक मासूम छात्रा के साथ घिनौनी हरकत किये जाने से संबंधित है,, उक्त घटना को लेकर बताया जा रहा है कि यह घटना कुछ दिन पुरानी है और दुर्ग पुलिस के सभी अधिकारियों ने संवेदनशीलता दिखाते हुए सूचना मिलने पर तत्काल बच्ची के परिजनों और स्कूल के स्टाफ से पूछताछ की,, पुलिस व्दारा मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुये बिना किसी लिखित सूचना के ही महिला एवं बालक विरूद्ध अपराध इकाई की टीम से मामले की जांच कराई गयी। टीम व्दारा जांच के दौरान बच्ची के माता-पिता एवं बच्ची से मिलकर पूछताछ किया गया। स्कूल का सीसीटीवी फूटेज चेक किया गया एवं भविष्य के लिये सीसीटीवी फूटेज को सुरक्षित भी रखा गया। बच्ची के क्लास टीचर, प्रधान अध्यापिका एवं आया से घटना के संबंध में गहन पूछताछ की गई । इसके अलावा इस मामले से जुड़े चिकित्सकों से इसके सन्दर्भ में पूछताछ कर पूरी जानकारी भी ली गई। तब उनके व्दारा बच्ची के साथ प्रथम दृष्टया कोई दुष्कर्म नहीं होना बताया गया। इस सन्दर्भ में बच्ची के परिजनों को लिखित आवेदन/शिकायत देने कहा भी गया ताकि और विस्तृत जांच की जा सके, परन्तु उनके व्दारा इस सन्दर्भ में किसी प्रकार का सन्देह नहीं जताते हुये आवेदन/शिकायत नहीं दिया गया, अपितु किसी भी प्रकार की जांच नहीं चाहने का अनुरोध भी किया गया है। अब ऐसे में दुर्ग पुलिस भी कुछ ना कर पाने की स्थिति में दिखाई दे रही है,, पर सूत्रों की मानें तो एक अधिकारी के द्वारा इस मामले पर कुछ ज़्यादा ही इंट्रेस्ट दिखाया गया,, जिसके पीछे एक बड़ा कारण उस अधिकारी के बच्चे का उसी बड़े निजी स्कूल में एडमिशन का ना होना पता चला,, इस बारे में निजी स्कूल प्रबंधन ने जब आला अधिकारियों को यह बात बताई तो और भी कुछ पुष्ट अपुष्ट जानकारियां निकल कर सामने आई,, पर अफ़सोस फ्रंट पर आ कर कोई भी कुछ कहना नहीं चाहता,, एक तो मासूम बच्ची के साथ घिनौने कृत्य की पुष्ट अपुष्ट घटना और दूसरी तरफ विभाग के ही एक अधिकारी का स्कूल प्रबंधन पर जोरदार दबाव,, उस पर सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन,, अगर किसी बच्ची के साथ वाकई घिनौनी हरकत हुई है तो विभागीय खिंचतान में मासूम और सहमे हुए पालकों से न्याय कहीं कोसों दूर ना हो जाए,, वैसे एक खबरिया चैनल पर चली खबर से महिला एवं बाल विकास विभाग जागा है,, सहायक संचालक ने अधीनस्थ अधिकारियों को जाँच के निर्देश दिए हैं,, हो सकता है इस पुरे मामले का बहुत जल्द पर्दाफाश हो और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की बात सामने आए।