@सुबोध तिवारी
वनवासी विकास समिति के लिए एकलव्य खेलकूद प्रकल्प परिसर, रायपुर में छात्रावास भवन के कार्य लागत 15.23 करोड़ हेतु कलेक्टर रायपुर के द्वारा छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल को नोडल एजेंसी बनाया गया था। राशि एनएमडीसी और एसईसीएल के सीएसआर मद से प्राप्त की गई। वनवासी विकास समिति के पदाधिकारियों डॉ. अनुराग जैन, सचिव, पुरूषोत्तम विधानी, राघव जोशी, रामनाथ कश्यप के द्वारा उक्त कार्य में हो रही गड़बड़ी और अनियमितता के लिए माननीय मंत्री ओपी चौधरी, आवास एवं पर्यावरण विभाग को अवगत कराया गया । मंत्री ओपी चौधरी के द्वारा प्रकरण पर तत्काल संज्ञान लेते हुए आयुक्त, कुदंन कुमार आईएएस को प्रकरण की जांच के आदेश दिए गए।
जाँच में प्रभारी उपायुक्त पाए गए दोषी,,,,
जांच के दौरान तत्कालीन कार्यपालन अभियंता संदीप साहू के द्वारा बिना प्रशासकीय स्वीकृति और तकनीकी स्वीकृति के छलपूर्वक पूर्व में पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा किए गए कार्य की तकनीकी स्वीकृति प्राप्त करने, प्राक्कलन बिना सहायक अभियंता और उप-अभियंता के हस्ताक्षर के प्रस्तुत करने और स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का कार्य बिना प्रशासकीय स्वीकृति एवं तकनीकी स्वीकृति करा लेने का दोषी पाया गया। अधिकारी द्वारा फर्नीचर आदि की खरीदी के लिये ठेकेदार मेसर्स गणपति इन्फ्रास्ट्रक्चर, बिलासपुर को राशि रू. 1,35,63,573. 00 रूपयों का भुगतान जनवरी 2023 में किया गया था जबकि उस समय सिविल कार्य पूर्ण नहीं हुए थे। ठेकेदार को उक्त प्रयोजन से भुगतान किये जाने के पूर्व निक्षेपदाता विभाग अथवा संस्था जिसे निर्मित भवन हस्तांतरित किया जाना था अर्थात् वनवासी विकास समिति से भी सहमति प्राप्त नहीं की गई थी। संदीप साहू द्वारा सामग्रियों को राशि के भुगतान से पूर्व सामग्रियों की वास्तविक कीमत तथा उसकी गुणवत्ता का सत्यापन न कराते हुए मनमाने ढंग से ठेकेदार को भुगतान कर उसे लाभान्वित किया गया ।
गड़बड़ियों की मिली जानकारी तत्काल की गई कार्रवाई,,,,
वस्तुस्थिति माननीय मंत्री चौधरी के संज्ञान में आते ही त्वरित कार्यवाही करने निर्देश पर आयुक्त, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल ने तत्कालीन कार्यपालन अभियंता संदीप साहू को निलंबित करते हुए मुख्यालय, प्रक्षेत्र-बिलासपुर निर्धारित किया गया।
एक निलंबित तीन अन्य को कारण बताओ नोटिस,,,,
प्रकरण में सम्मिलित अन्य अधिकारी श्रीमती नीतू गणवीर कार्यपालन अभियंता, ताराचंद सिन्हा सहायक अभियंता एवं राजकुमार परस्ते उप-अभियंता को कारण बताओं सूचना जारी किया गया है। त्वरित कार्यवाही करते हुए यह संदेश दिया गया है कि गुणवत्ताविहीन कार्य करने और कर्तव्य में लापरवाही करने पर किसी भी अधिकारी को बक्शा नहीं जाएगा।