मछली पालन करने हेतु तालाब निर्माण कर अपने आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा किसानों को पचास फीसदी सब्सिडी दी जाती है, और तालाब बनने के बाद किसानों को मछली पालन करने हेतु दाना,जाली जैसे तमाम चीजे भी मुहैया कराई जाती है . लेकिन कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक में सैकड़ो आदिवासी किसान दलालो के शिकार होते जा रहे है।
यह भी देखे https://tv24newsnetwork.in/odisha-train-accident-mpcongress/ ओडिशा रेल हादसे को ले कर, युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मौन आंदोलन, कहा मृतक के परिवारों को 1 करोड़ की राशि दी जाए !
Subsidy Ghotala दरअसल मत्स्य विभाग द्वारा स्वयं की निजी भूमि पर मछली पालन के लिए तालाब निर्माण करने वाले किसानों को मिलने वाले लोन पर पचास फीसदी तक सब्सिडी दी जाती है। लेकिन यहाँ के किसानों को सब्सिडी के नाम पर आजतक कुछ भी नसीब नही हुआ।इलाके के सैकड़ो किसान ऐसे है जिन्हें क्षेत्र के दलालों ने जमकर ठगा है. वही खेतो में धान और मक्का उगा रहे किसानों के जमीन पर बने तालाब पर अब किसान खुद से कुछ नही कर पा रहे है।खुद से खेती करने के बजाय तालाब बन चुके जमीन पर मछली दलालों को किराए पर दे रहे है।और मछली दलाल किसानों का भरपूर फ़ायदा उठा रहे है।
Subsidy Ghotala बड़ेकापसी क्षेत्र में सरकार ने सैकड़ो किसानों को अनुदान में मछली पालन करने हेतु तालाब स्वीकृति किया ,लेकिन उन्हें कुछ नसीब नही हुआ।किसानों ने बताया क्षेत्र के दलाल विश्व अधिकारी और विद्धुत मण्डल ने उनके जमीन पर तालाब बनाकर मछली पालन करने हेतु लीज में लिया।पांच से छह वर्षो तक किसानों के जमीन पर तालाब बनाकर मछली पालन किया,और अंत मे किसानों को कुछ नसीब नही हुआ।किसानों को मिलने वाला सब्सिडी भी दलाल खा गया .
Subsidy Ghotala “न सब्सिडी मिली न दाना न जाली” किसानों ने इस सम्बंध में विधायक से भी गुहार लगाई,लेकिन निरासा ही हाथ लगी।ऐसे में सरकार की महत्वकांक्षी योजना पर दलाल सक्रिय नजर आ रहे है।और किसानों को मिलने वाला फायदा दलाल डकार जा रहे है।किसान चाहते है कि उन्हें सरकार की ओर से मिलने वाला सब्सिडी प्रदान की जाए।
यह भी पढ़े https://tv24newsnetwork.in/bijapur-breaking-cg-election-2023/जिले में एकमात्र संस्कृतिक भवन, कार्यक्रमों के चलते बच्चों को खेलने में हो रहा है दिक्कत,जाने क्या है पूरा मामला !