शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चेन्नई एयरपोर्ट पर नए एकीकृत टर्मिनल के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे| यह जानकारी पीएम ने ट्वीट कर दिया हैं उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक इमारत कनेक्टिविटी को बढ़ाने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगी, नया टर्मिनल भवन चेन्नई एयरपोर्ट के आधुनिकीकरण के दूसरे चरण का हिस्सा है|
1,260 करोड़ रुपये की लागत में बना
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, चेन्नई हवाईअड्डा 2.20 लाख वर्ग मीटर में फैला हुआ है| यह प्रति वर्ष लगभग 35 मिलियन यात्रियों को संभाल सकता है,विमान यात्रियों के आवागमन को सुविधाजनक और उससे जुड़ी प्रक्रियाओं को तेज करने के लिए आने और जाते समय प्रत्येक में 54 आव्रजन काउंटर होंगे| 1260 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एकीकृत टर्मिनल भवन स्थानीय तमिल संस्कृति को सामने लाता है| यहां कोल्लम, साड़ी और मंदिरों जैसे पारंपरिक तत्व भी प्रदर्शित किए गए हैं| उदाहरण के लिए छत को मोटिफ रोशनी के साथ डिजाइन किया गया है, जो कोलम शैली का प्रतिनिधित्व करती है,स्तंभों और खंभों का निर्माण स्टेनलेस स्टील से किया गया है, जिन पर उकेरी गई शैंपेन स्ट्रिप्स एक सुनहरा अहसास देती हैं|
टर्मिनल की एक और खास बात है और वह हैं स्कायलाइट, जो इमारत के अंदरूनी हिस्से को रोशन करने के लिए प्राकृतिक प्रकाश उपयोग में लाती है और कम बिजली का उपयोग करती हैं | वहीं, कैरी-ऑन बैगेज के लिए 11 स्वचालित ट्रे रिट्रीवल सिस्टम (ATRS) समेत 33 रिमोट बोर्डिंग गेट एक आसान सुरक्षा जांच प्रक्रिया सुनिश्चित करेंगे| वहीं बोर्डिंग पास को स्कैन करके सेल्फ बैगेज ड्रॉप की सुविधा भी चेक-इन औपचारिकताओं को तेज करने में मदद करेगी|




























































