ग्रीष्म ऋतु साल का सबसे गर्म मौसम होता है, जिसमें दिन के समय बाहर जाना काफी मुश्किल होता है। इस मौसम में धूल से भरी हुई, शुष्क और गर्म हवा पूरे दिन भर चलती रहती है। कभी-कभी लोग अधिक गरमी के कारण हीट-स्ट्रोक, पानी की कमी, डायरिया, हैजा, और अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से भी प्रभावित हो जाते हैं।
यही कारण है कि लगातार बढ़ रही गर्मी को मद्देनज़र रखते हुए व बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से महिला एवं बाल विकास विभाग ने आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन के समय में बदलाव कर दिया है। अब बुधवार 5 अप्रैल से आगामी 30 जून तक के संचालन का समय 6 घंटे घटाकर 4 घंटे कर दिया गया है। पहले प्रातः 9ः30 से 3ः30 बजे यानी की 6 घंटे तक आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया जा रहा था। आज से आंगनबाड़ी केंद्र प्रातः 7ः00 बजे से 11ः00 बजे यानी की केवल चार घंटे तक लगेंगे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को 7ः00 बजे से पहले आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचना होगा। 11ः00 बजे छुट्टी हो जाने से लगभग एक लाख से ज़्यादा बच्चों को गर्मी से राहत मिलेगी। पिछले एक हफ्ते से तापमान में काफी इजाफा हुआ है।
ज़िला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री समीर पाण्डेय ने बताया कि एक जुलाई से आंगनबाड़ी की टाइमिंग फिर से पहले की तरह 9ः30 बजे से 3ः30 बजे तक आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया जाएगा। जिले में 1787 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। यहां बच्चों की दर्ज संख्या करीब एक लाख 10 हजार है। इसमें 1656 आंगनबाड़ी केंद्र खुद के भवन में संचालित हो रहे हैं। बाकी केंद्र किराए के भवनों से संचालित किया जाता हैं।विभाग द्वारा अब गर्मी को देखते हुए आंगनबाड़ियों के संचालन के समय में परिवर्तन कर दिया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने इसके लिए आदेश भी जारी कर दिया है। इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को बच्चों को छुट्टी के बाद घर तक सुरक्षित छोडऩे के आदेश भी जारी किए गए है।