जांजगीर : नैला नगर पालिका को मिशन क्लीन सिटी के तहत शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए 10 नग बैटरी चलित ई-रिक्शा खरीदा गया है। एक गाड़ी की कीमत 3.लाख 70 हजार रुपए है। इसी तरह 10 गाडिय़ों के लिए करीब 37 लाख रुपए खर्च हुए। 14 वें वित्त की राशि इसके लिए खर्च की गई है। पिछले साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर ई-रिक्शा का उद्घाटन कर इसे महिला समूहों के हाथों में सौंपा गया था मगर उद्घाटन के कुछ दिनों बाद ही ई-रिक्शा में समस्या आने लगी थी। यानी 37 लाख रुपए की ई रिक्शा 37 दिन भी ठीक से नहीं चली है और गाडिय़ां कबाड़ होने की स्थिति में पहुंच गई है और अब चलने लायक नहीं होने से इसे फायर स्टेशन में कबाड़ की तरह रख गया है जहां धूल खाते छह गाडिय़ां पड़ी है।
जिस तरह से लाखों की गाडिय़ां बिना चले खराब होकर पड़ी हुई है और उसका मेंटनेंस तक नहीं कराया जा रहा है जिससे शासन का पैसा बर्बाद नजर आ रहा है। संसाधनों के अभाव में जैसे-तैसे कर घरों से कचरा कलेक्शन हो रहा है। स्थिति यह है कि कचरा कलेक्शन करने के लिए महिला समूहों के द्वारा वाहन तक नहीं है ले-देकर एक्का-दुक्का वाहनों के चलते पूरे शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन हो रहा है।
ऐसे में हर रोज हर वार्ड से कचरा तक नहीं उठ पा रहा है। अब देखना यह है कि अधिकारी इसे मेंटेनेंस करा रही है कि अब कबाड़ में तब्दील हो जाने के बाद नए ई रिक्शा के लिए फिर से शासन को मंगाने के लिए के लिए भेजेगी।