बिलासपुर
डॉ हर्ष कुमार वर्मा एक ऐसा नाम जो अभी पूरे देश में ट्विन टावर को जमींदोज करने की सुपरमैन वैज्ञानिक रूप में विशिष्ट स्थान बनाएं हैं। जो कि केंद्रीय खनन अनुसंधान धनबाद की पांच शाखाओं में से प्रथम बिलासपुर शाखा के यूनिट हेड के रूप में कार्यरत हैं। मूलतः छत्तीसगढ़ निवासी डा हर्ष वर्मा सरल एवं सहज व्यक्तित्व के धनी अपने काम के प्रति समर्पित कार्य पूजा को पर्याय मानने वाले से हमने आज रूबरू बातचीत की उन्होंने ट्विन टावर धराशाई करने के लिए सबसे बड़ा चैलेंजिंग मानते हैं। जो कि आसपास के पांच हजार लोगों को किस तरह की बिना किसी क्षति जान माल व उनके घर को किस तरह नुकसान के ट्विन टावर को धराशायी करना रहा है। जहां तक हमने इस अभियान में पूर्ण सफलता पाई है। हमारा यह अभियान सफल रहा है इसका श्रेय मैं अपनी पूरी टीम को देता हूं।
ट्विन टावर को गिराने वाली टीम में थे प्रमुख छत्तीसगढ़ के ग्राम कोसमंदी पलारी जिला बलौदाबाजार के डा हर्ष कुमार वर्मा, अफ्रीकी तकनीक का उपयोग करते हुए यह पूरा आपरेशन किया गया है। विदित हो कि नोएडा में हाल ही में ट्विन टावर को गिराने वाले डा. हर्ष कुमार वर्मा हमारे छत्तीसगढ़ के पलारी बलोदा बाजार के सेवानिवृत्त शिक्षक देवकराम वर्मा और कंचन वर्मा के सुपुत्र हैं। पलारी से पांच किलोमीटर और राजधानी से 75 किमी दूर ग्राम कोसमंदी पलारी उनका पैतृक निवास है।