रायपुर…..
गणेश चतुर्थी पर रायपुर में कई स्थानों पर इकोफ्रेंडली गणेश मूर्तियां विराजीत होने वाली हैं, पर्यावरण को भी नुकसान होने से बचाने के लिए मूर्तिकार ध्यान दे रहे हैं, 31 अगस्त से शुरु होने वाले गणेश चतुर्थी की तैयारियां अंतिम दौर में चल रही हैं. कहीं मूर्तियां तैयार हो रही हैं तो कहीं बाप्पा के पांडाल सजाए जा रहे हैं।
रायपुरा के बास टाल में एक मूर्तिकार परिवार के द्वारा इस गणेश चतुर्थी के लिए बेहद ही आकर्षक मूर्ति का निर्माण किया गया है, हम देखते हैं कि अधिकांश मूर्ति मिट्टी , प्लास्टर ऑफ पेरिस जैसे सामानों से बनता है, लेकिन इस मूर्तिकार परिवार ने शंख, सीप, अगरबत्ती, चावल, सुपारी, पास्ता,मेकरोनी, माचिस की तिल्ली से गणपति बप्पा का मूर्ति बनाया है।
रायपुरा निवासी शिवचरण यादव का पूरा परिवार पिछले 12 साल से हर्बल मूर्तियां बना रहा, हर्रा, बहेड़ा, महुआ के बने गणपति हसदेव बचाओ का संदेश दे रहा है, जो शहर के डंगनिया में विराजमान होगा, अब तक 3 बड़ी प्रतिमा और तीन दर्जन से ज्यादा छोटी प्रतिमाएं बनकर तैयार हैं