भिलाई…..
आने वाले बुधवार को गणेश चतुर्थी है,, गणेश भगवान पूरे भारत देश में विराजे जाएँगे,, ऐसे में ठीक इसके पहले भिलाई की विवाहित महिलाओं की एक समाज सेवी संस्था स्वयं सिद्धा के द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा में एक भजन गाया गया जो कि सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहा है । इसे छत्तीसगढ़ी भाषा में पिरोया है गजराज दास महंत ने और गाया है डॉ सोनाली चक्रवर्ती ने । इसके बोल हैं….
“परम अलौकिक तुंहरे गरिमा,,
गावै सब नर नारी महिमा,,
होथे पहिली पूजा सेवा,,
जय जय जय श्री गणेश देवा,,, ।।।
तो आप भी सुनिये छत्तीसगढ़ी भाषा में गाए गए इस गणपति वंदना को जो कि सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहा है ।
स्वयंसिद्धा समाज सेवी संस्था के स्लम क्लास ‘कच्ची धूप’ के बच्चों ने इसमें कोरस में स्वर दिया है । इस भजन को संगीत दिया है वी.के. सुंदरेश ने । इसमें सात चौपाइयां है जिसे छंद बद्ध तरीके से लिखा गया है । भिलाई के हुडको कॉलोनी में बने प्रसिद्ध गणेश मंदिर में इसे फिल्माया गया था। महिलाओं के लिये महिलाओं के द्वारा ही संचालित इस संस्था ने कला के क्षेत्र में गीत, नृत्य और नाटक के कई नए आयाम गढ़े हैं ।