रायपुर;
मुख्यमंत्री निवास में आज पोला पर्व के ख़ास मौक़े पर विशेष आयोजन किया गया। प्रदेशभर से महिलाएं मुख्यमंत्री निवास में आयोजित तीजा-पोरा महोत्सव में शामिल हुईं। इस दौरान मुख्यमंत्री निवास में विभिन्न सांस्कृति गतिविधियों का आयोजन हुआ, जिनमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने मंच से ही तिजाहरीन महिलाओं का उत्साह बढ़ाया। लोकगीतों और पारंपरिक नृत्य के अलावा इस महोत्सव में छत्तीसगढ़ की संस्कृति के विभिन्न स्वरूपों को शामिल किया गया था , जिनमें कलाकारों ने महोत्सव में शामिल होने आईं महिलाओं और मंचस्थ अतिथियों को आनंदित किया। इस मौक़े पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की सभ्यता, संस्कृति और लोकाचार को इसी तरह जीवंत बनाए रखने की बात कही।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार बनने के बाद से ही , स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को सहेजने की दिशा में काम किया है। आज मुख्यमंत्री निवास में उन्हीं परंपराओं का एक बार फिर निर्वहन करते हुए तीजा-पोरा महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेशभर से बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री निवास पहुंची। मुख्यमंत्री निवास में आज तीजा-पोरा महोत्सव का तीसरी बार आयोजन किया गया। हर बार की तरह इस बार भी सीएम हाउस में महिलाओं के लिए विशेष आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा गीत-संगीत और लोकाचार की तमाम विधाओं के साथ आज सीएम हाउस में तीजा-पोरा पर्व मनाया गया।
प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस आयोजन में शामिल हुए। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी भी मंचस्थ रहीं, कैबिनेट मंत्री, राज्यसभा सदस्य और विधायकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश की सभी महिलाओं, बच्चों और नागरिकों को पोला और तीजा पर्व की शुभकामनाएं देते हुए प्रदेश की ख़ुशहाली की कामना की। इससे पहले उन्होंने अपनी धर्मपत्नी मुक्तेश्वरी बघेल के साथ भगवान भोलेनाथ और उनकी सवारी नंदी की भी पूजा की।