शनिवार देर रात हुई भारी वर्षा के बीच निर्माणाधीन अम्बिकापुर-बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में लहपटरा और सिंगीटाना के बीच डायवर्सन सड़क और अस्थायी पुलिया के बह जाने से बिलासपुर मार्ग में देर रात से आवागमन बाधित है। बिलासपुर और अम्बिकापुर से बिलासपुर की ओर जाने वाले वाहनों को दूसरे मार्ग से भेजा जा रहा है। डायवर्सन पुलिया के बहने के दौरान एक ट्रक जो वहां से पार हो रहा था, वह रोड धंसने के दौरान नीचे गिर गया। उसमें सवार लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं। सुबह 10 बजे तक राष्ट्रीय राजमार्ग या ठेका कंपनी द्वारा क्षतिग्रस्त सड़क और पुलिया की मरम्मत का काम प्रारंभ नहीं किया गया था।
कई वर्षों से निर्माणाधीन अंबिकापुर बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में हर वर्ष वर्षाकाल लोगों के लिए बहुत बड़ी मुसीबत बन कर आता है। निर्माणाधीन सड़क के कई स्थानों पर अभी भी पुल पुलिया का काम अधूरा पड़ा है। इसके कारण अस्थाई पुलिया और सड़क निर्माण किया गया है। वर्षा काल में यही अस्थायी हिस्सा लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता है। अंबिकापुर से उदयपुर के बीच करीब चार स्थानों पर डायवर्सन सड़क और पाइप पुलिया तैयार की गई है। इस वर्ष सरगुजा में बारिश कम रही जिससे लोगों को इस मार्ग में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन भादो मास की पहली झमाझम वर्षा ने अम्बिकापुर-बिलासपुर मार्ग में लोगों की आवाजाही के बीच परेशानी खड़ी कर दी है। इस बीच शनिवार देर रात सरगुजा जिले के कई इलाकों में हुई मूसलाधार वर्षा के बीच अंबिकापुर बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग ने लहपटरा और सिंगीटाना के बीच नाला के पास बनाए गए डायवर्सन और पाईप पुलिया का करीब 25 फीट लंबा हिस्सा वर्षा के तेज बहाव में बह गया।
इसी दौरान एक मालवाहक ट्रक जो पुलिया से पार हो रहा था वह कटाव के दौरान नीचे पानी में गिर कर पलट गया। हालांकि उसमें सवार चालक और क्लीनर सुरक्षित निकल गए हैं लेकिन अभी भी नाले से ट्रक को बाहर नहीं निकाला गया है। घटना के बाद बिलासपुर और अंबिकापुर के बीच वाहनों की लंबी कतारें रात से ही लग गई थी। हालांकि जिन्हें इसकी जानकारी मिली वे दरिमा, विश्रामपुर सहित दूसरे वैकल्पिक मार्गों से अंबिकापुर की ओर रवाना हुए । कई भारी मालवाहक वाहन अभी भी डायवर्सन मार्ग के पास खड़े हैं। क्षतिग्रस्त पुलिया और सड़क को सुधारने के लिए अभी भी काम शुरू नहीं हो पाया है। यदि आज दोपहर तक काम शुरू भी हो पाता है तो देर रात तक इसका सुधरना मुश्किल है। यानी वाहन चालकों को सोमवार तक इस मार्ग में आवागमन की सुविधा शुरू होने की उम्मीद है।