बिलासपुर..
युवा कांग्रेस और एनएसयुआई ने पुराना हाईकोर्ट भवन को स्वामी आत्मनंद स्कूल बनाने की मांग करते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ताकि एतिहासिक भवन में बैठकर नई पीढ़ी को शिक्षा प्राप्त हो। इससे पहले भी ये भवन में नार्मल स्कूल संचालित हो रहा था। इसके बाद शासन ने स्कूल बंद कर हाईकोर्ट बना दिया। फिर अटल बिहारी विश्वविद्यालय बनाया गया। पिछले पांच माह से भवन खाली है। इसलिए अब इसे फिर से मूल रूप में यानी स्कूल भवन बनाने की मांग कर रहे हैं।
युवा कांग्रेस और एनएसयुआई के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों ने मांग की है कि नार्मल स्कूल के नाम से एक शासकीय स्कूल पूर्व में संचालित होता थाा। जब छत्तीसढ़ राज्य की स्थापना हुई तो बिलासपुर जिले को हाईकोर्ट प्राप्त हुआ। जिसे वैकल्पिक रूप में नार्मल स्कुल को बंद कर उसी भवन में उच्चन्यायाल (हाइकोर्ट) की स्थापना हुई। बाद में चकरभाठा में उच्चन्यायालय अपने नवीन भवन में स्थांनातरित हुआ। कुछ समय बाद बिलासपुर जिले को एक नया राज्य विश्वविद्यालय प्राप्त हुआ। उसे भी वैकल्पिक रूप में पुराने नार्मल स्कूल,पुराने हाईकोर्ट की बिल्डिंग में वैकल्पिक रूप से स्थापित किया गया,जो बिलासपुर विश्वविद्यालय, अब अटलबिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है।
यह विश्वविद्यालय भी कोनी में अपने नये भवन में स्थानांतरित हो चुका है। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में जो क्रांति स्वामि आत्मानंद स्कुल के माध्यम से लाई गई है। जिसका फायदा गरीब परिवार के छात्र- छात्राओं के साथ उनके पालको को भी प्राप्त हो रहा है। ऐसे में पुराने नार्मल स्कूल यानी पुराना हाई कोर्ट भवन में नए उत्कृष्ठ स्वामी आत्मानंद स्कुल संचालित करने की मांग की गई है। बिलासपुर शहर के बिचो-बीच एक स्कूल की स्थापना की जाए जिससे की शहर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को सुविधा प्राप्त हो सके। युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव अमितेश राय ने बताया कि प्रदेश में स्वामी आत्मनंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू कर गरीब परिवार के बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा मुफ्त में उपलब्ध कराया जा रहा है।