रस्तोगी नर्सिंग कालेज भिलाई की एक छात्रा की उल्टी-दस्त से मौत हो गई। वहीं 39 अन्य पीड़ित छात्राओं को यहां के हाईटेक अस्पताल में भर्ती किया गया है। जांच में कालेज के छात्रावास का पानी दूषित पाया गया है। समय पर इसकी सूचना नहीं देने पर भिलाई नगर निगम प्रशासन कालेज व अस्पताल प्रबंधन को नोटिस देने की तैयारी में है। दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा और एसपी डा. अभिषेक पल्लव देर रात अस्पताल पहुंचे और छात्राओं का हाल जाना। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के सभी कालेजों के छात्रावासों के भोजन और पानी के जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने इस घटना की रिपोर्ट जल्द से जल्द देने को कहा है।
स्मृति नगर भिलाई की सड़क नंबर 15 में संचालित रस्तोगी नर्सिंग कालेज छात्रावास में करीब 200 छात्राएं रहती हैं। बीते 27 जुलाई को यहां उल्टी-दस्त का पहला मामला सामने आया था। इस तरह पांच दिनों में 45 छात्राएं बीमार पड़ गईं। इसकी जानकारी जिला प्रशासन को सोमवार को दी गई। इस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तुरंत छात्रावास पहुंची और ज्यादा पीड़ित 40 छात्राओं को हाईटेक अस्पताल में भर्ती कराया। हास्टल की श्रेणी नायर ने बताया कि बालोद जिले के ग्राम जेवरतला निवासी छात्रा कामिनी (19) पिता बसंत चुरेंद्र को भी यहां भर्ती किया गया था। रविवार को स्वजन घर लेकर चले गए थे, जहां देर शाम उसकी मौत हो गई। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कलेक्टर से भी घटना की जानकारी ली है।
दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने कहा, रस्तोगी नर्सिंग कालेज छात्रावास की जांच कराई गई है। जांच में पानी दूषित मिला है। छात्रावास का वाटर फिल्टर सड़ गया है। दूषित पानी से छात्राएं बीमार पड़ गई। अस्पताल में भर्ती छात्राओं की स्थिति गंभीर नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, रस्तोगी नर्सिंग कालेज के छात्रावास का मामला बहुत गंभीर है। इसकी जानकारी देने में लापरवाही बरती गई है। पहले ही दिन सूचना मिल जाती तो छात्राओं की संख्या नहीं बढ़ती। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।