भाटापारा –
एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश की कांग्रेस सरकार स्वास्थ्य विभाग को लगातार प्रदेश के हर व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें इसके लिए लगातार निर्देशित कर रही है साथी एक से बढ़कर एक योजनाएं जनहित में ला रही है ताकि प्रदेश में हर नागरिक को स्वस्थ रखा जा सके लेकिन दूसरी तरफ ऐसी एजेंसियां जिन्हें प्रशासन ने इस कार्य में सहभागिता निभाने चुना है वह अपना कार्य ठीक ढंग से नहीं कर पा रही है जिसका खामियाजा आम जनों को भुगतना पड़ रहा है।
हम बात कर रहे हैं बलौदा बाजार भाटापारा जिले के भाटापारा शहर में संचालित स्लम स्वास्थ्य योजना की जिसका लाभ समूचे रूप से आम जनमानस को नहीं मिल पाना चिंता का विषय बना हुआ है, दरअसल भाटापारा शहर में संचालित योजना का कार्य एक एजेंसी जिसका नाम भव्या हेल्थ सर्विसेज है उसे दिया गया है इस एजेंसी के लोग समय सारणी के अनुसार किसी भी दिन नहीं बैठते जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है यदि समय सारणी की बात करें तो सुबह 8:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक का समय है लेकिन सुबह 9:30 बजे तक भी डॉक्टर और यूनिट नदारद रहती है और ऐसे में एजेंसी की उदासीनता के चलते आम जनमानस कोई योजना की जानकारी नहीं मिल पाना भी चिंता का विषय बना हुआ है। हैरानी की बात तो यह है कि प्रशासन के जिला अधिकारी भी इस पूरे मामले को जानते हुए भी बुत बनकर सारा खेल देख रहे हैं । आखिर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वकांक्षी योजनाओं को बट्टा लगाने का कार्य किसकीशय पर हो रहा है यह समझ से परे है