मॉनसून सत्र के 5वें दिन विधायकों के वेतन और भत्तों में वृद्धि किये जाने का प्रस्ताव विधानसभा से पास हो गया है। पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ के विधायक इस मुद्दे पर साथ नजर आए। विधायकों के वेतन-भत्तों में बढ़ोत्तरी से संबंधित 4 संशोधन विधेयक सदन से पास हुए हैँ। इसके बाद मुख्यमंत्री का वेतन 1 लाख 35 हजार से बढ़कर 2 लाख 5 हजार रुपये प्रतिमाह हो गया है। वहीं मंत्रियों का वेतन 1 लाख तीस हजार रुपये से बढ़कर 1 लाख 90 हजार रुपये प्रतिमाह हो गया है। संसदीय सचिव का वेतन 1 लाख 21 हजार रुपये से बढ़करे 1 लाख 75 हजार रुपये प्रतिमाह हो गया है। वहीं विधानसभा अध्यक्ष का वेतन 1 लाख 32 हजार से बढ़कर 1 लाख 95 हजार रुपये हो गया है। विधानसभा उपाध्यक्ष का वेतन 1 लाख 28 हजार रुपये से बढ़कर 1लाख 80 हजार रुपये हो गया है। विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष का वेतन 1 लाख 30 हजार रुपये से बढ़कर 1 लाख 90 हजार रुपये हो गया है। इशी तरह सभी विधायकों का वेतन भी 95 हजार रुपये से बढ़कर 1 लाख 60 हजार रुपये प्रतिमाह हो गया है। विधायकों, मंत्रियों और मुख्यमंत्री के वेतन-भत्तों बढोत्तरी का प्रस्ताव ऐसे वक्त में हुआ है जब प्रदेश में लाखों कर्मचारी अपना डीए और एरियर्स बढ़ाने की मांग को लेकर कलमबंद हड़ताल कर रहे हैं।
माननीय हुए मालामाल- हेडर
मुख्यमंत्री का वेतन 1 लाख 35 हजार से बढ़कर 2 लाख 5 हजार रुपये प्रतिमाह……
मंत्रियों का वेतन 1 लाख तीस हजार रुपये से बढ़कर 1 लाख 90 हजार रुपये प्रतिमाह…..
संसदीय सचिव का वेतन बढ़कर 1 लाख 75 हजार रुपये प्रतिमाह हुआ……
विधानसभा अध्यक्ष का वेतन 1 लाख 32 हजार से बढ़कर 1 लाख 95 हजार रुपये हुआ……
विधानसभा उपाध्यक्ष का वेतन बढ़कर 1लाख 80 हजार रुपये हुआ……
नेता प्रतिपक्ष का वेतन 1 लाख 90 हजार रुपये हुआ…..
विधायकों का वेतन 95 हजार से बढ़कर 1 लाख 60 हजार रुपये प्रतिमाह हुआ…….