राजनांदगांव:-
उज्जैन, जिसे बाबा महाकाल की धरती कही जाती है। श्रावस मास में हर साल वहां सोमवार को बाबा की पालकी पूरे धूमधाम के साथ निकाली जाती है। छत्तीसगढ़ के शिवभक्त, उस भव्य पालकी यात्रा के साक्षी बनने के लिए हर साल पहुंचते हैं और बाबा महाकाल की पावन भूमि से आशीर्वाद लेकर लौटते हैं।
बाबा महाकाल की तर्ज पर ही अब छत्तीसगढ़ की संस्कारधानी में इस साल से भव्य पालकी यात्रा निकालने का क्रम शुरु हो गया है। महाकाल की पावन नगरी उज्जैन का प्रतिबिंब अब राजनांदगांव में भी देखने को मिलने लगा है। इस साल श्रावण मास के पहले सोमवार को महाकाल की पालकी पूरे जोश और उत्साह के साथ राजनांदगांव शहर में निकाली गई
शहर के कुंआ चौक से शुरु हुई पालकी यात्रा को पूरे शहर में भ्रमण कराया। इस भव्य आयोजन को शहर वासियों ने देखा और महाकाल की नगरी का अनुभव भी लिया। महाकाल यात्रा का मुख्य आयोजन निखिल द्विवेदी, पावन डागा ने किया… इस आयोजन मे महापौर हेमा देशमुख , नीलू शर्मा सहित सैकड़ों की तादाद में महाकाल के भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।