देश के 16 वें राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए आज सुबह विधानसभा में मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गईं। भारत के राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए मतपेटी छतीसगढ़ विधानसभा के समिति कक्ष दो में बने मतदान केंद्र में पहुंचाकर सील कर दी गई है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पी दयानंद की मौजूदगी में निर्वाचन अधिकारियों ने आज सुबह स्ट्रांग रूम से मतपेटी को पूरी सुरक्षा में निकालकर मतदान केंद्र में पहुंचाया। इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायक मोहित केरकेट्टा और विपक्ष के विधायक डा कृष्ण मूर्ति बांधी भी मौजूद रहे। दोनों विधायकों को पहले मतपेटी को बक्से से निकाल कर ख़ाली होने को पुष्टि के लिए अवलोकन कराया गया। इसके बाद निर्वाचन अधिकारियों ने मतपेटी को टेग और फ़्लैग लगा कर सील किया। इस से पहले दोनो उपस्थित विधायकों और निर्वाचन अधिकारियों ने मतपेटी के सीलिंग टेग पर हस्ताक्षर भी किए।
प्रदेश के 90 विधायक विधानसभा भवन के समिति कक्ष क्रमांक-2 में बनाए गए मतदान केंद्र में वोट डालेंगे। इसके लिए वहां पूरी तैयारियां की जा चुकी हैं। मतदान का समय सवेरे दस बजे से शाम पांच बजे तक निर्धारित है। मतों की गिनती 21 जुलाई को नई दिल्ली में की जाएगी।
भारत के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए लोकसभा एवं राज्यसभा के निर्वाचित सांसदों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तथा पुडुचेरी संघ राज्य क्षेत्र सहित सभी राज्यों के निर्वाचित विधानसभा सदस्य मतदान करते हैं। इस निर्वाचन में भिन्न-भिन्न राज्यों के प्रतिनिधित्व के मान में एकरूपता एवं समतुल्यता प्राप्त करने के लिए संसद और प्रत्येक राज्य की विधानसभा के प्रत्येक निर्वाचित सदस्य जितने मत देने के हकदार हैं, उनके मान का अवधारण करने के लिए प्रत्येक राज्य की जनसंख्या पर आधारित एक फार्मूला तैयार किया गया है जिसके अनुसार इस निर्वाचन में एक सांसद के मत का मूल्य 700 है, जबकि छत्तीसगढ़ के विधायकों का मत मूल्य 129 है।
वर्तमान निर्वाचक मण्डल में 233 राज्यसभा सदस्य, 543 लोकसभा सदस्य एवं 4033 राज्य विधानसभाओं के सदस्यों सहित कुल 4809 सदस्य हैं। राष्ट्रपति पद के लिए दो दावेदार द्रौपदी मुर्मू तथा यशवंत सिन्हा हैं।