महाराष्ट्र में सीएम एकनाथ शिंदे का गुट उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना के मुकाबले ज्यादा मजबूत होता जा रहा है। एकनाथ शिंदे गुट जल्द ही उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका दे सकते हैं। दरअसल विधायकों के बाद अब बड़ी संख्या में शिवसेना सांसद भी बगावत करते हुए शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक शिवसेना के 18 में से 15 सांसद एकनाथ शिंदे के संपर्क में हैं। अगर ये सांसद शिंदे गुट में जाते हैं तो शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की करारी हार मानी जाएगी। बीती रात ही एकनाथ शिंदे ने शिवसेना सांसदों के साथ अहम बैठक की थी और दो तिहाई सांसदों का अलग गुट बनाने की कोशिश की जा रही है।
उद्धव गुट को दो झटके
इससे पहले बुधवार को युवा सेना अध्यक्ष आदित्य ठाकरे बड़ी मात खानी पड़ी। दरअसल युवा सेना नेता विकास गोगावाले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो गए। विकास गोगावाले के पिता भरत गोगावाले शिंदे गुट के मुख्य सचेतक भी हैं। गोगावले को दो दिन पहले ही मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर देखा गया था और वह गुरु पूर्णिमा से पहले CM शिंदे से मिलने आए थे।
युवा सेना के करीब 50 पदाधिकारी शिंदे गुट में शामिल सकते हैं। इससे पहले शिवसेना के प्रवक्ता और मुंबई की पूर्व पार्षद शीतल म्हात्रे सहित कई कार्यकर्ता शिंदे गुट में शामिल हो गए थे। वहीं, मंगलवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी दावा किया था कि उद्धव ठाकरे के शिवसेना धड़े के कई नेता उनके संपर्क में हैं।
शिवसेना के 55 में से 40 विधायक बगावत करके एकनाथ शिंदे के साथ आ चुके हैं और उद्धव ठाकरे की सरकार का तख्तापलट कर चुके हैं। एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए भाजपा ने 106 विधायकों के साथ समर्थन किया है। बीते माह एकनाथ शिंदे के बगावत के बाद महाविकास अघाड़ी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार गिर गई थी। एकनाथ शिंदे 30 जून को मुख्यमंत्री बने, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री बनाया गया है।