महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद भी शह और मात का खेल अब भी जारी है. शिवसेना से बगावत कर महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज होने वाले नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे को लगातार झटके पर झटका दे रहे हैं. महाराष्ट्र विधानसभा के नए स्पीकर राहुल नार्वेकर ने शिवसेना के विधानसभा के विधायक दल के नेता के तौर पर अजय चौधरी की मान्यता रद्द कर दी है. इसके साथ ही उन्होंने एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता और भारत गोगवाले को मुख्य सचेतक चीफ व्हिप के तौर पर मान्यता दे दी है.
शिवसेना का दफ्तर भी किया गया सील
इसके साथ ही रविवार को महाराष्ट्र विधानभवन में शिवसेना को दिए गए दफ्तर को भी सील कर दिया गया. दफ्तर के बाहर एक नोटिस चिपकाया गया है, जिसमें लिखा गया है कि ‘इस ऑफिस को शिवसेना पार्टी के आदेशानुसार बंद किया गया है.
गौरतलब है कि शिवसेना में बगावत के बाद शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट में असली शिवसेना को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. ऐसी हालत में शिवसेना का दफ्तर सील किया जाना शिवसेना पर अधिकार की लड़ाई के एक अहम कदम के तौर पर देखा जा रहा है.
बताया जा रहा है कि दफ्तर को सील करने की कार्रवाई शिवसेना के दोनों गुटों की ओर से किए जा रहे दावे के बाद किया गया है. गौरतलब है कि दफ्तर को सील करने के साथ ही यहां काम करने वाले तकरीबन 11 कर्मचारियों को भी अंदर जाने से रोक दिया गया है.
बगावत के बाद उद्धव ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाया थागौरतलब है कि एकनाथ शिंद के शिवसेना से बगावत कर विधायकों को अपने साथ लेकर गुजरात चले जाने के बाद महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन की मुख्य पार्टी शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को अपने विधायक दल के नेता पद से हटाने का फैसला किया था. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने सेवरी विधायक अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल का नेता बनाया था.गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे पार्टी के कुछ विधायकों के साथ गुजरात के सूरत चले गए थे. इसके बाद वह 48 विधायकों के साथ असम चले गए थे. इसके बाद गोवा गए और फिर वहां से लौटकर भाजपा के साथ गठबंधन की सरकार बनाई है.