पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद राजभवन में संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया. इस दौरान फडणवीस ने एलान किया कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे. मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा होने के बाद एकनाथ शिंदे की पहली प्रतिक्रिया सामने आई. उन्होंने कहा कि मैंने जो निर्णय लिया वो आप सबको पता है, किन परिस्थितियों में निर्णय लिया गया यह भी आपको पता है. बाला साहेब के हिंदुत्व को आगे बढ़ाने का काम करूंगा. सभी 50 विधायक साथ में हैं. उन्होंने कहा कि हमने कई बार मुख्यमंत्री से अपने विधानसभा क्षेत्र के समस्याओं के बारे में बताया. मुख्यमंत्री ने कभी हमारी बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया. अंतिम दिनों में जो काम हुआ उसे बहुत पहले किया जाना चाहिए था. हमने कई बार मुख्यमंत्री से अपने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं के बारे में बताया. मुख्यमंत्री ने कभी हमारी बातों पर ध्यान नहीं दिया.
देवेंद्र फडणवीस ने दिखाया बड़ा दिल
एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि संख्या बल के हिसाब से देवेंद्र फडणवीस हम से कहीं आगे हैं. उनके पास अपने 106 विधायक हैं, लेकिन उन्होंने बड़ा दिल दिखाते हुए बाला साहेब के विचारों को आगे बढ़ाने का काम किया है. देवेंद्र फडणवीस जैसा इंसान मिलना मुश्किल है. बाला साहेब ठाकरे के एक शिव सैनिक को मौका दिया है. शिवसेना के 40 विधायकों सहित कुल 50 विधायक हमारे साथ हैं. हमने उनकी मदद से अब तक यह लड़ाई लड़ी है. इन 50 लोगों ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, मैं उस भरोसे को टूटने नहीं दूंगा. मैं उन सभी का भी धन्यवाद करता हूं. इन सभी लोगों ने एकनाथ शिंदे जैसे छोटे कार्यकता का साथ दिया है.
और क्या बोले एकनाथ शिंदे?
एकनाथ शिंदे (ने कहा कि हम लोग बाला साहेब के हिंदुत्व को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं. राजनीति में अक्सर लोग विपक्ष से सत्ता की ओर जाते हैं, लेकिन मैं और मेरे साथियों ने मिलकर विपक्ष का साथ दिया है. मुझे किसी भी तरह के मंत्री पद का लालच नहीं है. देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा दिल दिखाया है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को तहे दिल से धन्यवाद करता हूं. आज के समय में कोई मंत्री पद तक नहीं छोड़ता है. देवेंद्र फडणवीस ने तो बड़ा दिल दिखाते हुए मुख्यमंत्री पद का त्याग किया है.