मानसून की बेरुखी के चलते अभी रायपुर में राहत की उम्मीद थोड़ी कम है, लेकिन बस्तर क्षेत्र में भारी वर्षा के आसार है। मौसम विभाग का कहना है कि मानसूनी तंत्र की सक्रियता के साथ ही एक मजबूत सिस्टम भी बन रहा है। इसका प्रभाव एक-दो दिनों में स्पष्ट हो जाएगा। इधर, वर्षा न होने से किसानों सहित सभी की परेशानी बढ़ गई है। किसान सूखे खेतों में हल चला रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर राजधानी रायपुर में उमस बढ़ते जा रही है। मंगलवार को प्रदेश भर में रायपुर सर्वाधिक गर्म रहा। यहां का अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मंगलवार को रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्ना क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहे। अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी की वजह से उमस ज्यादा रही। रायपुर का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। वहीं न्यूनतम तापमान भी सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। बीते 27 दिनों में मानसूनी की बेरुखी के चलते प्रदेश में 27 फीसद कम वर्षा हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार तक प्रदेश में अच्छी वर्षा शुरू होने की उम्मीद है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक पूर्व पश्चिम द्रोणिका उत्तर पश्चिम राजस्थान से पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तथा उससे लगे दक्षिण तटीय ओडिशा तक छत्तीसगढ़ होते हुए 0.9 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से प्रदेश भर में बुधवार को कुछ क्षेत्रों में बिजली गिर सकती है। साथ ही दक्षिण छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा के भी आसार है।
तापमान की स्थिति :- रायपुर 36.4 26.2बिलासपुर 35.4 27.0जगदलपुर 29.0 23.7अंबिकापुर 32.8 24.3दुर्ग 34.5 25.2(अधिकतम व न्यूनतम तापमान डिग्री सेल्सियस में)