सक्ती : छत्तीसगढ़ सरकार कितना भी चाहे विकास की बात करें लेकिन धरातल पर देखा जाए तो विकास के नाम पर सिर्फ एक कहावत है | चाहे गठान की बात करें,या फिर ग्रामीण सड़क की बात करें । नवीन सड़क की मांग और शासकीय भूमि से बेजा कब्जा हटाने को लेकर गांव के लोग आए दिन अधिकारियों की ऑफिस का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन लोगों को अधिकारियों से सिर्फ आश्वासन मिलता है। इसी कड़ी में गांव के सरपंच और गांव की महिलाएं बड़ी संख्या में सक्ती कलेक्टर कार्यालय पहुंचे | आपको बता दे,की सक्ती जिले के जैजैपुर तहसील क्षेत्र आने वाले गांव भोथिया से आमापाली, कोसमपाली झालरौंदा 10 किलोमीटर तक सड़क की हालत इतनी खराब है, की जिसमे वाहन तो दूर पैदल तक चल नही सकते |
वही नवीन सड़क निर्माण और आमापाली चीखलरौंदा गांव के बीच पुलिया निर्माण करने की मांग को लेकर आमापाली के सरपंच रूखमणी चौहन,और जिला पंचायत सदस्य माधुरी चंद्रा के नेतृत्व में सैकड़ों महिला की संख्या में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा | वही सरपंच रूखमणी चौहान ने ज्ञापन में बताया कि गांव में खराब सड़क होने के कारण सरकार की योजना महतारी एक्सप्रेस, संजीवनी एक्सप्रेस, 112 जैसी वाहन कि सुविधा लोगों तक नही पहुंच पा रही है |
छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी जैसे योजनाओं के लिए जो शासकीय भूमि सुरक्षित रखा था जिसमें को उठाना कार्य चल रहा था | जिसमें गांव के कुछ असामाजिक तत्व व्यक्ति के द्वारा कब्जा फसल लगाने की बात कही | जिसके चलते सरकार की महत्वपूर्ण योजना के निर्माण में रुकावट होने की बात कही है | साथ ही गांव के शासकीय भूमि से बेजा कब्जा को हटाने, नवीन सड़क और पुलिया के निर्माण जल्द से जल्द पूरी नहीं होने की स्थिति में नेशनल हाईवे पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर बैठने की चेतावनी दी है।