छत्तीसगढ़ : प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि वे भाजपा की चिंता में दुबले न हों। भाजपा अपने फैसले लेने के लिए सक्षम और स्वतंत्र है। हमें उस कांग्रेस से ज्ञान लेने की कोई जरूरत नहीं है, जो देश भर में समाप्ति की कगार पर है और अगले साल सत्ता की राजनीति से सौ फीसदी बेदखल होने जा रही है। भूपेश बघेल अपना घर देखें कि चार साल में ही बुनियाद से लेकर कंगूरे तक जर्जर हो गए। वे यह देखें कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस का मुख्यालय कुरुक्षेत्र का मैदान बन गया है और कांग्रेसी महाभारत चल रही है।
केदार कश्यप ने कहा है कि गुजरात में कांग्रेस की स्थिति उत्तर प्रदेश के चुनाव जैसी होने वाली है, जहां कांग्रेस के मालिकों ने अपने एटीएम को तैनात किया था। भूपेश बघेल को हर वक्त भाजपा का डर सताता रहता है क्योंकि उन्हें पूर्वाभास हो गया है कि कांग्रेस की महाभारत का परिणाम अगले साल उनका राजपाट समेट देगा। कांग्रेस द्वारा ठगी गई छत्तीसगढ़ की जनता तो पहले ही कांग्रेस का तख्तोताज पलटने और बेइमानों का राज बदलने तैयार बैठी है, और अगले जाड़े में कांग्रेस को सन्निपात की हालत में पहुंचाने अवसर का इंतजार कर रही है।
केदार कश्यप महामंत्री भाजपा ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल कांग्रेस सरकार की विफलता और कांग्रेस में चल रहे गृहयुद्ध से जनता का ध्यान भटकाने के लिए जो पैंतरेबाजी कर रहे हैं, वह उन पर ही भारी पड़ने वाली है। भूपेश बघेल के प्रतिद्वंद्वी मंत्री टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए पंचायत मंत्री का पद त्याग दिया। कांग्रेस के विधायकों और भूपेश बघेल के मंत्रियों की क्या स्थिति है, यह कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया को भी पता है। रही बात कांग्रेस संगठन की तो वह तो औचित्यहीन हो गया है। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ जो कुछ भी हो रहा है, वह सबको पता है।
इधर भूपेश की टीम की हकीकत उजागर करते हुए कांग्रेस प्रभारी पुनिया बताते हैं कि 40 विधायकों की परफॉर्मेंस खराब है। भूपेश के मंत्री जयसिंह अग्रवाल कांग्रेस प्रभारी की सर्वे रिपोर्ट को खारिज कर रहे हैं। तब भूपेश बघेल बतायें कि क्या कांग्रेस के सभी मौजूदा विधायकों और मंत्रियों को अगले चुनाव की टिकट दिलाएंगे? यदि हां है तो भाजपा की उन्हें खुली चुनौती है कि यह ऐलान करें कि कांग्रेस के सभी विधायकों को फिर से जनता की अदालत में पेश करेंगे।