बिलासपुर;
बिलासपुर के रतनपुर कोटा मार्ग स्थित भैसाझार नर्सरी के मेडरापारा के जंगलों से चितलो का शिकार करने का मामला सामने है, इस मामले में वन विकास निगम के एसडीओ ने 5 लोगो को गिरफ्तार किया है, दरसअल वन विकास निगम की टीम को मोबाइल से सूचना मिली कि चीतल का मांस मेडरापारा के पास मिला है, घटना की जानकारी लगते ही एसडीओ भुनेश्वरी अदिति मौके पर जाकर देखा तो एक बोरी और एक थैले में चीतल का मांस लावारिस जगह पर एक शौचालय के पीछे मिला, पूछताछ में पता चला की किसी ने शिकार के बाद मास को वंहा छुपाया है।
लिहाजा वन अमले ने डॉग स्क्वायड की मदद ली और डाग के द्वारा गांव के दो घरों पर पहुंचा जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया, वन विभाग के द्वारा घर में तलाशी लेने पर पका हुआ मांस मिला, पूछताछ करने पर पता चला की दुर्गेश और रोहित नामक व्यक्ति से घरवालों ने मांस खरीदा है, तब दुर्गेश और रोहित की पतासाजी की गई पर आरोपी नहीं मिले और उनके परिजनों को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
फिलहाल फरार आरोपियों की वन विभाग की टीम तलाश में जुट गई है, बता दें कि भैसाझार नर्सरी के आसपास लगभग दो से ढाई सौ चितल का आना जाना है, जंहा हमेशा शिकार की सूचना मिलती है, वन विभाग द्वारा समय-समय पर चितल की शिकार करने वालों के जाल ,तार और अन्य शिकार के उपकरण जांच के दौरान मिलते रहते हैं।