जांजगीर-चांपा : जिला अस्पताल में इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से यहां पहुंचने वाले मरीजों का कहना है, कि यहां डॉक्टर ड्यूटी टाइम में भी नदारद रहते हैं | इनमें से कई तो अपने-अपने निजी क्लिनिकों में ज्यादा समय व्यतीत करते हैं | जिला अस्पताल में 27 डॉक्टर पदस्थ है, लेकिन कोई भी डॉक्टर ओपीडी टाइम पर नहीं पहुंचते | जिससे आसपास से आने वाले मरीजो को काफी परेशानी हो रही है |
सही समय पर डॉक्टर नहीं मिलने से मजबूरन लोगों को प्राइवेट हॉस्पिटल में जाकर इलाज कराना पड़ता है | जिससे प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज का खर्च दुगना तिगुना शुल्क देकर मजबूरन इलाज करते हैं | जिससे गरीब वर्ग के लोगों को काफी समस्या होती है, अब यह देखते हैं, कि जिला चिकित्सालय की हालत कब तक इस तरह नजर आ रही है | डॉक्टर को वैसे भी लोग भगवान का दर्जा देते हैं, लेकिन सही समय पर डॉक्टर ही नहीं मिलेगा तो जिला चिकित्सालय को चलाएगा कौन अब यही बोल सकते हैं, कि जिला चिकित्सालय सिर्फ भगवान भरोसे चल रहा है |