गुड फ्राइडे ईसाई धर्म का प्रमुख त्योहार है जो 7 अप्रैल 2023 को मनाया जाएगा। गुड फ्राइडे की डेट का निर्धारण ईस्टर रविवार की तिथि से तय होता है। ईस्टर रविवार से तीन दिन पहले हर साल गुड फ्राइडे मनाया जाता है।ईस्टर रविवार का निर्धारण पूर्णिमा और बसंत विषुव के बाद आने वाले पहले रविवार से किया जाता है। ईस्टर ईसाई धर्म में वह पवित्र दिन माना जाता है जिस दिन ईसा मसीह मृत्यु के बाद फिर से जीवित हो उठे थे। इससे ठीक तीन दिन पहले ईसा मसीह को क्रूस पर लटकाया गया था जहां बेहद ही दर्दनाक तरीके से उन्हें मृत्यु दंड दिया गया था।
करीब 2004 साल पहले ईसा मसीह यरुशलम में रहकर मानवता के कल्याण के लिए भाईचारे, एकता और शांति के उपदेश देते थे। सभी लोगों ने उन्हें परमपिता परमेश्वर का दूत मानना शुरू कर दिया। इस वजह झूठे और पाखंडी धर्म गुरुओं ने ईसा मसीह के खिलाफ यहूदी शासकों के कान भरने शुरू कर दिए। फिर एक दिन उन पर राजद्रोह का मुकदमा चलाकर सूली पर चढ़ाए जाने का फरमान जारी कर दिया गया। इससे पहले उन्हें कांटों का ताज पहनाया गया। ईसा को सूली को कंधों पर उठाकर ले जाने के लिए विवश किया गया। आखिर में उन्हें बेरहमी से मारते हुए उन्हें कीलों से ठोकते हुए सूली पर लटका दिया गया।
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बाइबिल में बताया गया है कि, सजा सुनाए जाने के बाद रोमन सैनिकों ने ईसा मसीह पर कोड़े बरसाए। इन्हें कई तरह की यातनाएं दी गई। इन्हें अपमानित किया गया। अंत में गुड फ्राइडे के दिन इन्हें क्रॉस पर टांग दिया। कहते हैं इतनी पीड़ा और अपमान सहने पर भी ईसा मसीह विचलित नहीं हुए। उन्होंने अंतिम समय में भी सभी के लिए दुआएं मांगी और सभी के पापों को अपने ऊपर ले लिया।मृत्यु के बाद ईसा फिर 3 दिन बाद जीवित लौट आए और अपने शिष्यों से मिलकर उन्हें धर्म के प्रचार का संदेश दिया और फिर 40 दिन बाद स्वर्ग चले गए। ईसा मसीह 12 शिष्यों ने ईसा के जाने के बाद ईसा के संदेशों का प्रचार प्रसार किया।
सूली पर लटकाने से पहले कांटों का ताज तक पहना दिया तो भी उनके मुख से सभी के लिए सिर्फ क्षमा और कल्याण के संदेश ही निकले। यह उनके क्षमा की शक्ति की अद्भुत मिसाल मानी गई। प्रभु यीशु के मुख से मृत्यु पूर्व ये मार्मिक शब्द निकले, ‘हे ईश्वर इन्हें क्षमा करें, क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं…’।
ईसा मसीह ने कभी किसी के लिए बुरा नहीं चाहा। उनके लिए भी नहीं जिन्होंने उन्हें मृत्युदंड और यातनाएं दी। इसलिए उनके अनुयायी उस दिन को गुड फ्राइडे के रूप में मनाते हैं जिस दिन उन्हें सूली पर लटकाया गया था। वैसे ईसा को क्रूस पर लटकाए जाने के कारण इसे ब्लैक फ्राइडे भी लोग कहते हैं।