कवर्धा : आदिमजाति विकास विभाग में हॉस्टल अधीक्षकों की मनमानी थमने का नाम नही ले रहा है,कभी छात्रों को भोजन के नाम पर तो कभी सुविधाओं के नाम पर तरसाया जा रहा है। और जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने बैठे है जो समझ से परे है |
बता दे की कबीरधाम जिले के अनुसूचित जाति प्री मैट्रिक छात्रवास पांडातराई में हॉस्टल अधीक्षक नदारत रहते हैं वही रसोईये के साथ मे छात्र सब्जी काट रहे है साथ ही दो अन्य भृत्य भी गायब रहते है, वहीं सुबह 10 बजे तक बच्चों को भोजन नसीब नही होता, इतना ही नही छात्रों को नास्ता भी नही मिल पा रहा है।
यह सब स्थिति जब हॉस्टल के छात्र से पूछा गया तो उन्होंने बताया की अधीक्षक हॉस्टल में नही रहते हमेशा लेट में आते है और सुबह नास्ता नही मिलता। 1 बजे व शाम को सिर्फ भोजन मिलता है। इतना ही नही यहाँ रहने वाले अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों को टूटे पलंग व फटे गद्दे में सोना पड़ता है ऐसे ही जिले के कई छात्रावासों की स्थिति है जहां छात्रों को अपने मूलभूत सुविधाओं से झूझना पड़ रहा है जिससे साफ जाहिर होता है की जिले के आदिमजाति विकास विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपने जिम्मेदारी के प्रति कितना सजक है।