जशपुर : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को जशपुर में स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि, मेरे लिए बड़ा ही सौभाग्य का अवसर है, कि आप लोगों के दर्शन हो जाते हैं। आजकल तो मैं नागपुर में हूं, लेकिन रहने वाला वनवासी जिला चंद्रपुर का हूं। जब आप लोगों के बीच आता हूं तो लगता है, मैं अपने घर आया हूं। स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव एक वीर प्रकृति के व्यक्ति थे। जनजातीय समाज के गौरव के लिए वो सदा खड़े रहे ऐसा मैंने उनको देखा है। वह इस काम को बड़ा पवित्र मानते थे। संघ प्रमुख मोहन भागवत छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान जशपुर पहुंचे हुए थे।
संघ प्रमुख ने कहा कि, जनजातीय जीवन पद्धति हमारे भारतीय जीवन पद्धति का मूल्य है। हमे अपने गौरव का चयन करना है गौरव पर पक्का रहना है। अपने देश धर्म संस्कृति समाज इसको मन में रखना है। यह हमारा मूल्य है उसे कटना नहीं है। हमारे भोलेपन का लाभ लेकर ठगने वाली दुनिया से बचना होगा। हम मजबूत है तो कोई हमारा क्या कर सकता हैं। हमारे पास अपना गौरव है धर्म है अपना स्वाभिमान है। स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव और बिरसा मुण्डा ने हमें कैसे जीना है यह बताया है। हम वैसे ही दुनिया में अपना स्थान प्राप्त कर लेंगे। हमें अपने धर्म संस्कृति अपने देश के लिए निर्भय होकर चलना है में अनुरोध आप सबके सामने रखता हूं।
कार्यक्रम में कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचन्द्र खराड़ी, प्रांतीय संघ चालक पूर्णेन्दु सक्सेना, संगठन मंत्री पवन साय, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, नंदकुमार साय, बृजमोहन अग्रवाल,ननकीराम कंवर,अमर अग्रवाल, स्व दिलीप सिंह जूदेव की पत्नी माधवी सिंह, पुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, पूर्व सांसद रणविजय सिंह जूदेव मौजूद रहे। हालांकि इस पूरे कार्यक्रम में भाजपा का न तो झंडा दिखा और न ही भाजपा नेताओं को मंच पर जगह मिली। मंच पर राजनैतिक शख्सियत के रूप में गणेश राम भगत जरूर नजर आए लेकिन उन्हें जनजतीय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाते जगह दी गई थी।