दुर्ग : राजधानी रायपुर से खारून नदी पार करते ही चंद किमी दूर अमलेश्वर थाना क्षेत्र में गुरुवार दोपहर करीब डेढ़ बजे का समय था। समृद्धि ज्वेलर्स के संचालक सुरेन्द्र सोनी अपनी दुकान पर बैठे थे। इसी बीच दो अज्ञात शख्स दुकान पर पहुंचते हैं। सुरेन्द्र सोनी से बात करते हैं और फिर समृद्धि ज्वेलर्स के संचालक उन्हें सामान दिखाने लगते हैं। उन्हें तब यह नहीं पता था कि उनके सामने खड़े दोनों शख्स ग्राहक के तौर पर भगवान नहीं, बल्कि ऐसे शैतान हैं, जिनकी नीयत उनकी हत्या करना है।
देश दिवाली की तैयारियों में जुटा हुआ है। समृद्धि ज्वेलर्स के संचालक सुरेन्द्र सोनी के घर पर भी दिवाली की खुशियों को समेटने की तैयारी थी, लेकिन अब उनके घर पर मातम पसरा हुआ है। यहां सवाल उठता है कि हत्यारों ने क्या लूट की नीयत से इस वारदात को अंजाम दिया…? या सुरेन्द्र सोनी की हत्या के उद्देश्य से ही वे उनकी दुकान पर दाखिल हुए थे…? इन दोनों में से किसी भी सवाल का जवाब स्पष्ट नहीं हो पाया है, पर जो कुछ हुआ उसमें हत्या और लूट दोनों ही वारदात शामिल हैं।
– हत्या के बाद लूट की वारदात को अंजाम देने वाले दो शैतानों की पूरी हरकत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। एक शख्स का एक हाथ नहीं है, लेकिन वह वारदात को अंजाम देने आया है। ध्यान देने वाली दूसरी बड़ी बात यह है कि हत्यारों ने मौके पर ज्यादा समय नहीं गंवाया, बल्कि तेजी से पूरी वारदात को अंजाम दिया। इससे यह तो स्पष्ट हो जाता है कि हत्यारे प्रोफेशनल थे और उनके लिए यह पहली वारदात नहीं थी। इस वारदात के बाद संदेह के आधार पर दो लोगों को हिरासत में लिए जाने की बात कही जा रही है, तो मामला सुपारी किलिंग का सामने आ रहा है।
छत्तीसगढ़ सरकार के मुखिया और गृहमंत्री के गृहजिले में लगातार हो रहे संगीन अपराधों की फेहरिस्त में यह एक और नई वारदात शामिल हो गया है। लचर कानून व्यवस्था को लेकर गृहमंत्री और फिर डीजीपी ने दुर्ग जिला मुख्यालय में बैठक ली थी। व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने की बात हुई थी, पर नतीजा सिफर ही साबित हो रहा है। जिसका ठिकरा स्वाभाविक तौर पर पुलिस कप्तान के सिर पर फुटना तय है, लेकिन इस वारदात के बाद खौफ बढ़ गया है, तो पुलिस और सरकार की बदइंतजामी के खिलाफ आक्रोश भी बढ़ना स्वाभाविक है।